शुक्र आ गए है स्वयं की राशि तुला में , जानिए आपके लिए कैसा है इनका भ्रमण।
मेष :-
जन्म चंद्रमा से शुक्र का
सप्तम भाव से गोचर (4 अक्टूबर 2019 05:14:05 से 28 अक्टूबर 2019 08:31:42)
इस अवधि में शुक्र
चन्द्रमा से आपके सातवें भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह स्त्रियों के कारण
उत्पन्न हुई परेशानियों के समय का द्योतक है । स्त्रियों के साथ किसी भी
मुकदमेबाजी से दूर रहें व पत्नी के साथ मधुर सम्बन्ध बनाएं रखें । यह ऐसी महिलाओं
के लिए विशेष रुप से अस्वस्थता का समय है जिनकी जन्मपत्री में शुक्र सातवें भाव
में है । आपकी पत्नी अनेक स्त्री रोगों, शारीरिक पीड़ा, मानसिक तनाव आदि
से ग्रसित हो सकती हैं । धन की दृष्टि से
भी समय अच्छा नहीं है । वित्तीय नुकसान न हो अत:स्त्रियों के सम्पर्क से बचें
। आपको यह आीाास भी होसकता है कि कुछ
दुष्ट मित्र आपका अनिष्ट करने की चेष्टा कर रहे हैं। व्यर्थ की महिलामंडली के साथ
उलझाव संताप का कारण बन सकता है । यह भी संभावना है कि किसी महिला से सम्बन्धित
झगड़े में पड़कर आप नए शत्रु बना लें । इस
समय आपके मानसिक तनाव, अवसाद व क्रोध से
ग्रसित होने की संभावना है । स्वास्थ्य का ध्यान रखें क्योंकि आप यौन रोग, मूत्र-नलिका में विकार अथवा दूसरे छोटे-मोटे
रोगों से ग्रस्त हो सकते हैं । व्यावसायिक
रुप में भी यह समय सुचारु रुप से कार्य - संचालन का नहीं है । दुष्ट सहकर्मियों से
दूर रहें क्योंकि वे उन्नति के मार्ग में रोड़े अटका सकते हैं । आपको अपने उच्च
पदाधिकारी द्वारा सम्मान प्राप्त हो सकता है।
वृष :-
जन्म चंद्रमा से शुक्र का
षष्ठ भाव से गोचर (4 अक्टूबर 2019 05:14:05 से 28 अक्टूबर 2019 08:31:42)
इस अवधि में शुक्र
चन्द्रमा से आपके छठे भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह गोचर आपके लिए कुछ कठिन
समय ला सकता है । आपके प्रयासों में अनेक परेशानियाँ आ सकती हैं । शत्रुओं के
बढ़ने की संभावना है और आपका अपने व्यावसायिक साझेदार से झगड़ा हो सकता है । यह भी
संभव है कि आपको अपनी इच्छा के विरुद्ध शत्रुओं से समझौता करना पड़े । इस दौरान पत्नी व बच्चों से किसी भी प्रकार के
विवाद से बचें । आपको यह भी सलाह दी जाती है कि लम्बी यात्रा से बचें क्योंकि दुर्घटना
की संभावना है । स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि आप रोग,
मानसिक बेचैनी, भय तथा असमय यौन इच्छा से ग्रसित हो सकते हैं । समाज में प्रतिष्ठा व कार्यालय में सम्मान बनाए
रखने का इस समय भरसक प्रयास करें नहीं तो आपको अपमान, व्यर्थ के विवाद व मुकदमेबाजी झेलना पड़ सकता है ।
मिथुन :-
जन्म चंद्रमा से शुक्र का
पंचम भाव से गोचर (4 अक्टूबर 2019 05:14:05 से 28 अक्टूबर 2019 08:31:42)
इस अवधि में शुक्र
चन्द्रमा से आपके पाँचवें भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह अधिकांश समय आमोद -
प्रमोद में व्यतीत होने का सूचक है । वित्तीय रुप में भी यह अच्छा समय है क्योंकि
आप अपने धन में वृद्धि कर सकेंगे । यदि आप
राजकीय विभाग द्वारा आयोजित किसी परीक्षा में परीक्षार्थी हैं तो बहुत करके आपको
सफलता मिलेगी । यदि सेवारत हैं तो
पदोन्नति की संभावना है । आप सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि की भी आशा रख सकते हैं
। आपके मित्रों, आपके बड़ों व
अध्यापकों की भी आप पर कृपा दृष्टि रहेगी व आपके प्रति अच्छे रहेंगे । सम्बन्धों के मधुरता से निर्वाह होने की आशा है
और अपने प्रिय के साथ अत्यधिक उत्तेजना व जोशीला परिणय रहने की आशा है । आप दाम्पत्य
जीवन के सुख अथवा किसी विशेष विपरीत लिंग वाले से शारीरिक सम्पर्क की आशा कर सकते
हैं । आप परिवार के किसी नए सदस्य से मिल सकते हैं । यहाँ तक कि नए व्यक्ति को
परिवार में ला सकते हैं । इस समय
स्वास्थ्य बढि़या रहेगा । इस अवधि में आप अच्दे भोजन का आनन्द उठाएँगे, धन लाभ होगा और जिन वस्तुओं की आपने कामना की
थी वे मिलेंगी ।
कर्क :-
जन्म चंद्रमा से शुक्र का
चतुर्थ भाव से गोचर (4 अक्टूबर 2019 05:14:05 से 28 अक्टूबर 2019 08:31:42)
इस अवधि में शुक्र
चन्द्रमा से आपके चतुर्थ भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह अधिकतर वित्तीय वृद्धि
का द्योतक है । आप समृद्धि बढ़ने की आशा कर सकते हैं । यदि आप कृषि व्यवसाय में है
तो यह कृषि संसाधनों, उत्पादों आदि पा
लाभ मिलने के लिए अच्छा समय हो सकता है ।
घर में आपका बहुमूल्य समय पत्नी/पति व बच्चों के साथ महत्तवपूर्ण विषयों पर
बातचीत करने में व्यतीत होने की संभावना है । साथ ही आप बढि़या भोजन, उत्तम शानदार वस्त्र व सुगंधियों का आनन्द
उठाएँगे । सामाजिक जीवन घटनाओं से
परिपूर्ण रहेगा । आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी व नए मित्र बनने की संभावना है । आपके नए
- पुराने मित्रों का साथ सुखद होगा और आप घर से दूर आमोद - प्रमोद में कुछ आनन्दमय
समय बिताने के बारे में सोच सकते हैं । इसमें विपरीत लिंग वालों के साथ का आनन्द
उठाने की भी संभावना है । स्वास्थ्य अच्छा
रहेगा और आप अपने भीतर शक्ति महसूस करेंगे । इस विशेष समय में ऐशोआराम के उपकरण
खरीदने के विषय में आप सोच सकते हैं ।
सिंह :-
जन्म चंद्रमा से शुक्र का
तृतीय भाव से गोचर (4 अक्टूबर 2019 05:14:05 से 28 अक्टूबर 2019 08:31:42)
इस अवधि में शुक्र
चन्द्रमा से आपके तृतीय भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह आपके लिए सुख व संतोष का
सूचक है । आप अपनी विवित्तीय स्थिति में लगातार वृद्धि की आशा व वित्तीय सुरक्षा
की भी आशा कर सकते हैं । व्यवसाय की
दृष्टि से यह समय अच्छा होने की संभावना है व आप पदोन्नति की आशा कर सकते हैं ।
आपको अधिक अधिकार प्राप्त हो सकते हैं । आपको आपके प्रयासों का लाभ भी मिल सकता है
। सामाजिक दृष्टि से भी समय सुखद है और
आपके अपनी चिन्ताओं व भय पर विजय पा लेने की आशा हैं । आपके सहयोगी व परिचातों का
रवैया सहयोगपूर्ण व सहायतापूर्ण रहेगा । इस विशेष समय में मित्रों का दायरा बढ़ने
की व शत्रुओं पर विजय पाने की संभावना है ।
अपने स्वयं के परिवार से आपका तालमेल अच्छा रहेगा और आपके भाई - बहनों का
समय भी आपके साथ आनन्दपूर्वक व्यतीत होगा । आप इस समय अच्छे वस्त्र पहनेंगे व बहुत
बढि़या भोजन ग्रहण कर सकते हैं । आपकी धर्म में रुचि बढ़ेगी व एक मांगलिक कार्य
आपको आल्हादित कर सकता है । स्वास्थ्य के
अच्छे रहने की संभावना है । यदि विवाह योग्य है तो विवाह के सम्बन्ध में सोच सकते
हैं क्योंकि यह समय आदर्श साथी खोजना का है । आपमें से कुछ परिवार में नए सदस्य के
आगोचर की आशा कर सकते हैं । फिर भी संभव
है यह समय इतना अच्छा न हो । आपमें से कुछ को व्यापार में वित्तीय हानि होने का खतरा
है । शत्रु भी इस समय समस्याएँ पैदा कर सकते हैं । हर प्रकार के विवाद व
गलतफहमियों से दूर रहें ।
कन्या :-
जन्म चंद्रमा से शुक्र का
द्वितीय भाव से गोचर (4 अक्टूबर 2019 05:14:05 से 28 अक्टूबर 2019
08:31:42) इस अवधि में शुक्र चन्द्रमा से आपके द्वितीय भाव में होते
हुए गोचर करेगा । यह आर्थिक लाभ का समय है । इसके अतिरिक्त यह समय जीवनसंगी व
परिवार के साथ अत्यंत मंगलमय रहेगा । यदि आप पर लागु हो तो परिवार में नए शिशु के
आने की आशा की जा सकती है । आर्थिक रुप से
आप सुख - चैन की स्थिति में होंगे व आपके परिवार की समृद्धि में निरन्तर वृद्धि की
आशा है । व्यक्तिगत रुप से आप बहुमूल्य पोशाक व साथ के सारे साज सामान जिनमें
बहुमूल्य रत्न भी शामिल हैं । अपने स्वयं के लिए क्रय कर सकते हैं । कला व संगीत
में आपकी रुचि बढ़ेगी । आप उच्च पदाधिकारियों अथवा सरकार से अनुग्रह की आशा कर
सकते हैं । स्वास्थ्य बढि़या रहने की आशा
है साथ ही सौंदर्य में भी वृद्धि हो सकती है ।
तुला:-
जन्म चंद्रमा से शुक्र का प्रथम भाव से गोचर
(4 अक्टूबर 2019 05:14:05 से 28 अक्टूबर 2019 08:31:42) इस अवधि में शुक्र
चन्द्रमा से आपके प्रथम भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह आपके लिए भौतिक व
ऐन्द्रिक भो विलास सुख का सूचक है । आप व्यक्तिगत जीवन में अनेक घटनाओं की आशा कर
सकते हैं । यदि आप अविवाहित हैं तो आपको आदर्श साथी मिलेगा । आपमें से कुछ परिवार
में ए कनए सदस्य के आने की आशा भी कर सकते हैं । सामाजिक रुप से नए लोगों से मिलने
व विपरीत लिंग वालों का साथ पाने हेतु यह अच्छा समय है । समाज में आपको सम्मान
मिलने व प्रतिष्ठा बढ़ने की संभावना है । आपको सुस्वादु देशी-विदेशी बढि़या भोजन
का आनन्द उठाने के ढ़ेर सारे अवसर मिलेंगे । इस दौरान जीवन को और ऐश्वर्ययुक्त व
मादक बनाने हेतु आपको वस्तुएँ व अन्य उपकरण उपलब्ध होंगे । आप वस्त्र, सुगन्धियाँ (छत्रादि), सौंदर्य प्रसाधन व वाहन का भी आनन्द उठा सकते
हैं । वित्तीय दृष्टि से यह समय निर्विघ्न
है । आपकी आर्थिक दशा में भी सुधार होगा ।
यदि आप विद्यार्थी हैं तो ज्ञानोपार्जन के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने
हेतु यह उत्तम समय है । आप इस समय विशेष
में शत्रुओं के विनाश की आशा कर सकते हैं । ऐसे किसी भी प्रभाव से बचें जो आपमें
नकारात्मक आक्रोश जगाए ।
वृश्चिक:-
जन्म चंद्रमा से शुक्र का
द्वादश भाव से गोचर (4 अक्टूबर 2019 05:14:05 से 28 अक्टूबर 2019
08:31:42) इस अवधि में शुक्र चन्द्रमा से आपके बारहवें भाव में होते
हुए गोचर करेगा । यह जीवन में प्रिय व अप्रिय दोनों प्रकार की घटनाओं के मिश्रण का
सूचक है । एक ओर जहाँ इस दौरान वित्तीय लाभ हो सकता है वहीं दूसरी ओर धन व
वस्त्रों की अप्रत्याशित हानि भी हो सकती है । यह अवधि विदेश यात्रा पर पैसे की
बर्बादी व अनावश्यक व्यय की भी द्योतक है ।
इस समय आप बढि़या वस्त्र पहनेंगे जिनमें से कुछ खो भी सकते हैं । घर में
चोरी के प्रति विशेष सतर्कता बरतें । यह
समय दाम्पत्य सुख भोगने का भी है । यदि आप अविवाहित हैं तो विपरीत लिंग वाले
व्यक्ति के साथ सुख भोग सकते हैं । मित्र
आपके प्रति सहयोग व सहायता का रवैया अपनाएँगे व उनका व्यवहार अच्छा होगा । नुकीले तेज धार वाले शस्त्रों व संदेहात्मक
व्यतियों से दूर रहें । यदि आप किसी भी प्रकार से कृषि उद्योग से जुड़े हुए हैं तो
विशेष ध्यान रखें क्योंकि इस समय आपको हानि हो सकती है
धनु:-
जन्म चंद्रमा से शुक्र का
एकादश भाव से गोचर (4 अक्टूबर 2019 05:14:05 से 28 अक्टूबर 2019 08:31:42)
इस अवधि में शुक्र
चन्द्रमा से आपके ग्यारहवें भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह मूल रुप से वित्तीय
सुरक्षा व ऋण से मुक्ति का द्योतक है । आप अपनी अन्य आर्थिक समस्याओं के समाधान की
भी आशा कर सकते हैं । यह समय आपके
प्रयासों में सफलता प्राप्त करने का है । आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी व प्रतिष्ठा
निरन्तर ऊपर की ओर उठेगी । आपका ध्यान
भौतिक सुख, भोग - विलास के साधन व
वस्तुएँ, वस्त्र, रत्न व अन्य आकर्षक उपकरणों की ओर रहने की
संभावना है । आप स्वयं का घर लेने के विषय में भी सोच सकते हैं । सामाजिक रुप से यह समय सुखद रहेगा । मान -
सम्मान में वृद्धि होगी तथा मित्रों का सहयोग मिलता रहेगा । विपरीत लिंग वालों के साथ सुखद समय व्यतीत होने
की आशा कर सकते हैं । यदि विवाहित है तो दाम्पत्य जीवन में परमानन्द प्राप्त होने
की आशा रख सकते हैं ।
मकर:-
जन्म चंद्रमा से शुक्र का
दशम भाव से गोचर (4 अक्टूबर 2019 05:14:05 से 28 अक्टूबर 2019 08:31:42)
इस अवधि में शुक्र
चन्द्रमा से आपके दसवें भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह समय मानसिक संताप,
अशान्ति व बेचैनी लेकर आया है । इस दौरान
शारीरिक कष्ट भोगना पड़ेगा । धन के विषय में विशेष सतर्क रहें तथा ऋण लेने से बचें
क्योंकि इस पूरे समय आपकी ऋण में डूबे रहने की संभावना है । शत्रुओं से सावधान रहें तथा अनावश्यक व्यर्थ के
विवाद से दूर रहें क्योंकि इससे कलह बढ़ सकता है व शत्रुओं की संख्या में वृद्धि
हो सकती है । समाज में बदनामी व तिरस्कार न हो, इसके प्रति सचेत रहें ।
अपने सगे सम्बन्धियों व महिलाओं के प्रति व्यवहार में विशेष सतर्कता बरतें
क्योंकि मूर्खतापूर्ण गलतफहमी शत्रुओं की संख्या बढ़ा सकती है । अपने वैवाहिक जीवन
में स्वस्थ संतुलन बनाए रखने हेतु अपनी पत्नी/पति से विवाद से दूर ही रहें । आपको अपने उच्चाधिकारी अथवा सरकारजनित परेशानी
का सामना करना पड़ सकता है । अपने समस्त कार्यों को सफलतापूर्वक सम्पन्न करने हेतु
आपको अतिरिक्त परिश्रम करना पड़ सकता है ।
कुम्भ :-
जन्म चंद्रमा से शुक्र का नवम भाव से गोचर (4
अक्टूबर 2019 05:14:05 से 28 अक्टूबर 2019 08:31:42)
इस अवधि में शुक्र
चन्द्रमा से आपके नवम् भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह आपकी मंजूषा में नए
वस्त्र संचित करने का सूचक है । इसके अतिरिक्त यह शारीरिक व भौतिक सुख व आनन्द का
परिचायक है । वित्तीय लाभ व मूल्यवान
आभूषणों का उपभोग भी इस समय की विशेषता है । व्यापार अबाध गति से चलेगा व संतोषजनक
लाभ होगा । यह समय शिक्षा में सफलता भी
इंगित करता है । स्वास्थ्य अच्छा रहेगा ।
घर परिवार में आपको भाई - बहनों का सहयोग व स्नेह पहले से भी अधिक मिलेगा ।
आपके घर कुछ मांगलिक कार्य सम्पन्न होंगे और यदि अविवाहित हैं तो विवाह करने का
निर्णय ले सकते हैं । आपको आपका मनपसन्द जीवन साथी मिलेगा जो सौभाग्य लेकर आएगा
। यह समय सामाजिक गतिविधियों के संचालन का
है अत: आपके नए मित्र बनाने की संभावना है । आपको आध्यात्म की राह दिखाने वाला पथ
- प्रदर्शक भी मिल सकता है । कला में आपकी अभिरुचि इस दौरान बढ़ेगी । आपके
सद्गुणों सत्कृत्यों की ओर स्वत: ही सबका ध्यान आकृष्ट होगा । अत: आपकी सामाजिक
प्रतिष्ठा में चार चाँद लगेंगे । इस समय
मनोकामनाएँ पूर्ण होंगी व शत्रुओं की पराजय होगी । यदि आप किसी प्रकार के तर्क -
वितर्क में लिप्त हैं तो आपके ही जीतने की ही संभावना है । आप इस दौरान लम्बी
यात्रा पर जाने का मानस बना सकते हैं ।
मीन:-
जन्म चंद्रमा से शुक्र का
अष्टम भाव से गोचर (4 अक्टूबर 2019 05:14:05 से 28 अक्टूबर 2019 08:31:42)
इस अवधि में शुक्र
चन्द्रमा से आपके आठवें भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह अच्छे समय का प्रतीक है
। इस विशेष समय में आप भौतिक सुख-साधनों की आशा कर सकते हैं तथा पूर्व में आई
विपत्तियों पर विजय पा सकते हैं । आप भूमि जायदाद व मकान लेने के विषय में विचार
कर सकते हैं । यदि आप अविवाहित युवक या
युवती हैं तो अच्छी वधू / वर मिलने की आशा है जो सौभाग्य भी लाएगी / लाएगा । इस
अवधि में शुक्र चन्द्रमा से आपके प्रथम भाव में होता हुआ गुजरेगा । अत: आप मनोहारी
व सुन्दर महिलाओं का साथ पाने की आशा रख सकते हैं । स्वास्थ इस दौरान अच्छा रहेगा । यदि आप विद्यार्थी हैं तो और अधिक उन्नति
करेंगे । आपकी प्रखरता की ओर सबका ध्यान जाएगा अत: सामाजिक वृत्त में आपका मान व प्रतिष्ठा बढ़ेगी । व्यवसाय हेतु अच्छा समय है । व्यापार व व्यवसाय
शुभ - चिन्तकों व मित्रों की सहायता से फूलेगा। किसी राजकीय पदाधिकारी से मिलने की
संभावना है ।