मंगल दोष कितने प्रकार के ? / How many types of mangal defects? :-
सभी लोग यही सोचते है कि मंगल के इन १-४-७-८-१२ वें भाव में बैठने पर ही व्यक्ति को मांगलिक क्यों माना जाता है। इसके अतिरिक्त अन्य भावों में बैठने पर क्यों नही माना जाता है। क्या अन्य भावों में मंगल अशुभ फल नही देता ? इसका उत्तर यह है कि मंगल अन्य भावों में भी अशुभ फल देता है। परन्तु उसके अन्य भावों में बैठने से उसका सम्बन्ध सातवें भाव (जीवनसाथी) से नही होता। इसलिए इन भावों में बैठने से व्यक्ति मांगलिक नही होता।
बहुत बार सुनने में आता है कि ये लड़का डबल मांगलिक है या ट्रिपल मांगलिक है। तब मन में यह विचार आता है कि ये कैसे सम्भव है की एक योग में भी कई तरह की बातें आ रही है। डबल अथवा ट्रिपल मांगलिक होना कोई आश्चर्य की बात नही है। साधारण भाषा में ये समझ सकते है कि मंगल के साथ जितने संख्या में पाप ग्रह बैठे होते है अथवा मंगल जितना अधिक मात्रा में अशुभ होता है। व्यक्ति उतनी ही मात्रा में मंगल का अशुभ फल प्राप्त करता है।
अनुभव में देखा गया है कि डबल मांगलिक या ट्रिपल मांगलिक लड़की या लड़के की एक बार तलाक होने के बाद जब दूसरी शादी की गई तो दूसरी बार भी तलाक हो गया और तीसरी बार की तो तीसरी बार भी तलाक हो गया। क्योकि उनके विवाह का सुख मंगल के अति अशुभ प्रभाव ने समाप्त कर दिया।
How many types of mangal defects? :-
All people think that why is the person considered to be Manglal only when sitting in these 1-4-7-8-12th house of Mars. Apart from this, why not sit in other quotes. Does Mars do not make an inauspicious result in other expressions? The answer is that Mars gives inauspicious results in other quarters too. But sitting in other parts of him does not belong to the seventh house (life partner). Therefore, sitting in these bhaavs is not a person's demanding.
Many times it is heard that this boy is double Manglik or Triple Manglik. Then in the mind comes the idea that it is possible how many things are coming in a yoga. It is not surprising to be double or triple demandive. In ordinary language, it can understand that the number of sinful planets with which Mars is sitting or Mars is inauspicious as much as possible. The person receives the ominous effect of Mars in the same amount.
If Mars is only in 1-4-7-8-12th place, then the person (boy or girl) is normal.
If Mars is in its lowly (cancer) place, then the person is double-mangled.
If there is a sin planet with Mars in the lower zodiac, then the person is called Triple Manglik.
If there is a lowly Mars in any one of these places and in the other there are two sin planets, then the person is a triple mangal.
If there are two other sin planets with Mars in a Manglik place and two other celestial beings in any other Mangalic place, then the person is Triple Manglik
If all sin is with Mars, then there is no limit to its inauspicious effect.
If all five sins are in the planets (Mars, Sun, Saturn, Rahu, Ketu) in any Mangalya place, whether Mars is together or with different Mangalas then there is a bump due to a bump.
It has been observed in the experience that the double Manglik or Triple Manglika girl or boy once got divorced after the second marriage, the second time got divorced, and for the third time, the third time got divorced. Because the happiness of their marriage ended with the very inauspicious effect of Mars.
सभी लोग यही सोचते है कि मंगल के इन १-४-७-८-१२ वें भाव में बैठने पर ही व्यक्ति को मांगलिक क्यों माना जाता है। इसके अतिरिक्त अन्य भावों में बैठने पर क्यों नही माना जाता है। क्या अन्य भावों में मंगल अशुभ फल नही देता ? इसका उत्तर यह है कि मंगल अन्य भावों में भी अशुभ फल देता है। परन्तु उसके अन्य भावों में बैठने से उसका सम्बन्ध सातवें भाव (जीवनसाथी) से नही होता। इसलिए इन भावों में बैठने से व्यक्ति मांगलिक नही होता।
बहुत बार सुनने में आता है कि ये लड़का डबल मांगलिक है या ट्रिपल मांगलिक है। तब मन में यह विचार आता है कि ये कैसे सम्भव है की एक योग में भी कई तरह की बातें आ रही है। डबल अथवा ट्रिपल मांगलिक होना कोई आश्चर्य की बात नही है। साधारण भाषा में ये समझ सकते है कि मंगल के साथ जितने संख्या में पाप ग्रह बैठे होते है अथवा मंगल जितना अधिक मात्रा में अशुभ होता है। व्यक्ति उतनी ही मात्रा में मंगल का अशुभ फल प्राप्त करता है।
- यदि मंगल केवल १-४-७-८-१२ वें स्थान में हो तो व्यक्ति (लड़का या लड़की ) सामान्य मांगलिक होता है।
- यदि मंगल इन स्थानों में अपनी नीच राशि (कर्क) में हो तो व्यक्ति डबल मांगलिक होता है।
- यदि नीच राशि के मंगल के साथ कोई पाप ग्रह बैठा हो तो व्यक्ति ट्रिपल मांगलिक कहलाता है।
- यदि इन स्थानों में से किसी एक स्थान में नीच का मंगल हो तथा दूसरे में कोई दो पाप ग्रह हो तो भी व्यक्ति ट्रिपल मांगलिक होता है।
- यदि किसी मांगलिक स्थान में मंगल के साथ दो अन्य पाप ग्रह बैठे हो तथा किसी अन्य मंगलिक स्थान में दो अन्य पाप ग्रह हो तो भी व्यक्ति ट्रिपल मांगलिक होता है
- यदि मंगल के साथ सभी पाप ग्रह हो तो फिर इसके अशुभ फल की कोई सीमा नही होती।
- यदि सभी पांचों पाप ग्रह (मंगल , सूर्य , शनि , राहु , केतु ) किसी भी मंगली स्थान में हो , फिर चाहे मंगल एक साथ हो या अलग मंगलीक साथ में हो तो भौमपंचक दोष होता है।
अनुभव में देखा गया है कि डबल मांगलिक या ट्रिपल मांगलिक लड़की या लड़के की एक बार तलाक होने के बाद जब दूसरी शादी की गई तो दूसरी बार भी तलाक हो गया और तीसरी बार की तो तीसरी बार भी तलाक हो गया। क्योकि उनके विवाह का सुख मंगल के अति अशुभ प्रभाव ने समाप्त कर दिया।
How many types of mangal defects? :-
All people think that why is the person considered to be Manglal only when sitting in these 1-4-7-8-12th house of Mars. Apart from this, why not sit in other quotes. Does Mars do not make an inauspicious result in other expressions? The answer is that Mars gives inauspicious results in other quarters too. But sitting in other parts of him does not belong to the seventh house (life partner). Therefore, sitting in these bhaavs is not a person's demanding.
Many times it is heard that this boy is double Manglik or Triple Manglik. Then in the mind comes the idea that it is possible how many things are coming in a yoga. It is not surprising to be double or triple demandive. In ordinary language, it can understand that the number of sinful planets with which Mars is sitting or Mars is inauspicious as much as possible. The person receives the ominous effect of Mars in the same amount.
If Mars is only in 1-4-7-8-12th place, then the person (boy or girl) is normal.
If Mars is in its lowly (cancer) place, then the person is double-mangled.
If there is a sin planet with Mars in the lower zodiac, then the person is called Triple Manglik.
If there is a lowly Mars in any one of these places and in the other there are two sin planets, then the person is a triple mangal.
If there are two other sin planets with Mars in a Manglik place and two other celestial beings in any other Mangalic place, then the person is Triple Manglik
If all sin is with Mars, then there is no limit to its inauspicious effect.
If all five sins are in the planets (Mars, Sun, Saturn, Rahu, Ketu) in any Mangalya place, whether Mars is together or with different Mangalas then there is a bump due to a bump.
It has been observed in the experience that the double Manglik or Triple Manglika girl or boy once got divorced after the second marriage, the second time got divorced, and for the third time, the third time got divorced. Because the happiness of their marriage ended with the very inauspicious effect of Mars.