आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा मंगलवार को रात 1 :31 से 4 :30 बजे तक चंद्र ग्रहण सम्पन्न होगा। यह सम्पूर्ण भारत में
दिखाई देगा। बनारस से पूर्व के स्थानों पर चन्द्रमा ग्रहण काल में ही अस्त हो जायेगा। वहाँ अगले दिन ही शुभ
कार्य हो सकेंगे।
घर में कहाँ लगायें हनुमान जी का चित्र
सूतक :- चंद्र ग्रहण का सूतक मंगलवार गुरु पूर्णिमा 16 जुलाई को शाम 4 :31 से आरम्भ जायेगा। सूतक में
बच्चे, वृद्ध , रोगी ,आश्रित लोगों के अलावा किसी को भी भोजन नहीं करना चाहिए सोना नहीं चाहिए। सत्य
नारायण व्रत कथा , गुरु पूजा आदि सूतक शुरू होने से पहले ही पूर्ण करना चाहिए। गर्भवती स्त्रियों को तीखे धार
वाले चाकू छुरी दराती गंडासा आदि से फल सब्जी आदि नहीं काटने चाहिए। साड़ी के पल्ले गेरू रंग से रंग कर
अपने गर्भ को ढ़ककर बैठना चाहिए। जिससे गर्भस्थ शिशु को ग्रहण से कोई हानि न हो। ग्रहण को नहीं देखना
चाहिए।
स्त्री के ये विशेष अंग इस तरह के हो तो बनाते है उसे पति की प्यारी और सौभाग्यशाली
राशियों पर प्रभाव :-
यह चंद्र ग्रहण उत्तराषाढ़ा नक्षत्र और धनु - मकर राशि में हो रहा है। इसलिए उत्तराषाढ़ा
नक्षत्र , धनु और मकर राशि में पैदा हुए लोगों के लिए विशेष हानिकारक है।
धनु राशि में होने वाला ग्रहण:-
कर्क , तुला , कुम्भ , मीन , राशि वालों को शुभ है।
मेष , मिथुन , सिंह , वृश्चिक ,राशि वालों को मध्यम फल दायक है।
और वृष , कन्या , धनु , और मकर राशि वालों के लिए अशुभ है।
मकर राशि में होने वाला ग्रहण:-
मेष, सिंह, वृश्चिक, मीन राशि वालों के लिए शुभ है।
वृष, कर्क, कन्या, धनु, के लिए मध्यम फल दायक है।
और मिथुन, तुला, मकर, कुम्भ राशि वालों के लिए अशुभ फल देने वाला है।
जिनके लिए अशुभ है और जो गर्भवती है , उनको ग्रहण नहीं देखना चाहिए।