Tuesday, 26 September 2017

यदि आपको किये हुए काम का यश नहीं मिलता है, तो ये आसान और अचूक उपाय आपके लिए है।

Posted by Dr.Nishant Pareek
आज हर व्यक्ति अपने परिवार और मित्र जनों के लिए मुसीबत के समय हरसम्भव सहायता के लिए तैयार रहता है। अपनी जी जान लगाकर सब कुछ करने को तैयार रहता है। घर का हर सदस्य एक दूसरे के लिए हमेशा कुछ न कुछ करना चाहता है और करता भी है परन्तु उसे की हुई सहायता अथवा सेवा का यश नहीं मिलता। अर्थात सेवा तो वह व्यक्ति करता है और नाम किसी और का हो जाता है। जैसे:-
  •  माता पिता अपने बच्चों के लिए बहुत कुछ परेशानी उठा के उनका जीवन बनाते है। परन्तु बच्चे ये ही कहते है कि आपने हमारे लिए कुछ नहीं किया। 
  • बच्चे अपने माता पिता को हर प्रकार का आराम देने की कोशिश में लगे रहते है। परन्तु माता पिता उनको शाबाशी या आशीर्वाद देने की बजाय ये कहते है कि तुमने कुछ नहीं किया। 
  • एक भाई अपने माता पिता की बहुत सेवा करता है , परन्तु उस सेवा का सारा यश उसको न मिलकर दूसरे भाई को मिल जाता है। माता पिता दूसरे भाई को ही सब कुछ मानते है और जो सेवा करता है उसे कोई यश या नाम नहीं मिलता। तब वह दुखी हो जाता है। 
  • इसी तरह एक बहु अपने सास ससुर की बहुत सेवा करती है। परन्तु उसे उसकी सेवा का यश मिलने की बजाय बुराई ही मिलती है और यश दूसरे भाई की पत्नी को मिल जाता है। 
  • ऑफिस में भी जी जान से जो मेहनत करके कम्पनी को आगे ले जाता है उसे कोई नाम नहीं मिलता और जो बॉस की चापलूसी करता है उसे उस मेहनत का सारा क्रेडिट मिल जाता है।

                               इस तरह की परेशानी आज लगभग हर व्यक्ति के जीवन में रोज आती है। अपने कर्म के प्रतिफल को पाने और उसका लाभ लेने के लिए व्यक्ति को रोज लड़ना पड़ता है। रोज सफाई देनी पड़ती है। 
इस परेशानी के निवारण के लिए आपको सबसे अचूक और आसान उपाय बता रहा हूँ। जो हर व्यक्ति की इस परेशानी को दूर कर देगा। यह आसान और अचूक होने के साथ सात्विक भी है। इसमें खुद का भी नुकसान नहीं है और किसी दूसरे का भी नुकसान नहीं है। 
                                      यह उपाय आपको शुक्लपक्ष के रविवार से आरम्भ करना है। रविवार को रात्रि में सोते समय अपने सिरहाने ताम्बे के बर्तन में पानी भरकर उसमें थोड़ा सा शहद मिला दें , उसके साथ सोने व चांदी का सिक्का या अंगूठी रख दें। दूसरे दिन सुबह उठकर सबसे पहले उस पानी को ही पियें। कुछ दिनों में आप अपने प्रति लोगों के व्यवहार को सकारात्मक रूप से बदलता देखेंगे।
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