Monday, 7 August 2017

महँगे रत्नों के स्थान पर पहनें वृक्ष की जड़ और रत्नों सा प्रभाव प्राप्त करें।

Posted by Dr.Nishant Pareek


महँगे रत्न पहनने की परिपाटी बहुत पुराने समय से ही चल रही है। धनी और सम्पन्न लोग महंगे से महंगे रत्न धारण करते है। लेकिन इन रत्नों का संबंध ग्रह नक्षत्रों के शुभाशुभ प्रभाव को बढ़ाने या कम करने की मानसिकता के कारण इनका प्रचलन और भी ज्यादा बढ़ गया है। परन्तु सभी व्यक्ति इतने सक्षम नहीं होते कि वे ग्रह नक्षत्रो के आधिकारिक महंगे रत्न धारण कर सकें। परन्तु हमारे ऋषि मुनियों ने प्राचीन काल से में ही ग्रह नक्षत्रो के आधिकारिक वृक्ष उनके गुण देखकर निर्धारित किये थे।  प्रारम्भ में सभी लोगों को महंगे रत्न उपलब्ध नहीं होते थे। तब वे पेड़ की जड़ धारण करते थे। आज भी कुछ मूर्धन्य सज्जन वृक्ष की जड़ को रत्नों की जगह अपनाते है। रत्नों की तरह ही पेड़ की जड़ भी पूर्ण लाभ देती है।
वृक्ष की जड़ पहनने के लिए आपको अपने जन्म नक्षत्र का पता होना चाहिए। और अपनी राशि के स्वामी ग्रह का भी ज्ञान होना चाहिए। नीचे सारणी में आपको ग्रह और नक्षत्र के आधिकारिक वृक्ष की जड़ का विवरण दिया जा रहा है -
     ग्रह --------------------वृक्ष
    सूर्य --------------------------------आक
    चंद्र ---------------------------------पलाश
    मंगल-------------------------------खदिर
    बुध---------------------------------अपामार्ग
    गुरु ---------------------------------पीपल
    शुक्र --------------------------------गूलर
    शनि --------------------------------शमी
    राहु ---------------------------------दूर्वा
    केतु -------------------------  ------कुशा


नक्षत्र-----------------------वृक्ष
अश्विनी-----------------------------------बाँस
भरणी ------------------------------------फालसा
कृतिका -----------------------------------गूलर
रोहिणी------------------------------------ जामुन
मृगशिरा------------------------------------ खैर
आर्द्रा --------------------------------------बहेड़ा
पुनर्वसु------------------------------------ बाँस
पुष्य ------------------------- ------------पीपल
आश्लेषा ----------------------------------गगेरन
मघा --------------------------------------बड़
पूर्वाफाल्गुनी ----  -----------------------पलाश
उत्तराफाल्गुनी ---------------------------रुद्राक्ष
हस्त------------------------------------- रीठा \ नारियल
चित्रा -------------------------------------बेल
स्वाति----------------------------------- अर्जुन
विशाखा--------------------------------- पाह \ नागकेसर
अनुराधा --------  -----------------------बकुल \ नागकेसर
ज्येष्ठा ----------------------------------देवदारु
मूल-------------------------------------- रार
पूर्वाषाढ़ा ---------------------------------अशोक
उत्तराषाढ़ा-------------------------------- फालसा
श्रवण ------------------------- -----------आक
धनिष्ठा---------------------------------- शमी
शतभिषा--------------------------------- कदम
पूर्वाभाद्रपद ---------------------------------- आम
उत्तराभाद्रपद --------------------------------नीम
रेवती ------------------ ------------------महुआ
Powered by Blogger.