अनेकों बार देखने में आता है कि हमारे निवास या कार्यस्थल पर अचानक कुछ अजीब घटनाएं होने लगती है। ऐसे स्थान पर जाते ही मन में कुछ अजीब घुटन होने लगती है। बिना बात नुकसान या झगड़े होने लगते है। यदि आपके साथ भी अपने घर में या कार्यस्थल पर ऐसा कुछ होता है तो समझ जाइए कि वहाँ किसी ऊपरी बाधा का प्रभाव है। जब तक आप उसका कोई उपाय नहीं करेंगे, तब तक आप इसी तरह परेशान रहेंगे।
उससे मुक्ति पाने के लिए आप शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार को अपने उस स्थान के सबसे पास जो भी वृक्ष हो उसमें अँधेरा होने पर दूध में थोड़ी सी शक़्कर , 11 बताशे , और थोड़ी सी दूध से बनी कोई भी मिठाई जड़ में अर्पित करें। और 5 अगरबत्ती जलाएं। यदि यही क्रिया किसी मंदिर में लगे पीपल के वृक्ष पर करें तो पहली बार से ही आप अपनी पीड़ा में आराम मिलेगा। यदि आपकी समस्या ज्यादा ही गंभीर है तो यह क्रिया आप लगातार 11 सोमवार करें। उसके बाद आप निश्चित रूप से फायदा देखेंगे।
उससे मुक्ति पाने के लिए आप शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार को अपने उस स्थान के सबसे पास जो भी वृक्ष हो उसमें अँधेरा होने पर दूध में थोड़ी सी शक़्कर , 11 बताशे , और थोड़ी सी दूध से बनी कोई भी मिठाई जड़ में अर्पित करें। और 5 अगरबत्ती जलाएं। यदि यही क्रिया किसी मंदिर में लगे पीपल के वृक्ष पर करें तो पहली बार से ही आप अपनी पीड़ा में आराम मिलेगा। यदि आपकी समस्या ज्यादा ही गंभीर है तो यह क्रिया आप लगातार 11 सोमवार करें। उसके बाद आप निश्चित रूप से फायदा देखेंगे।