घर में स्थाई आर्थिक सम्पन्नता बनाये रखने के लिए आप शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार को अपने पूजास्थल में गोबर से लीप कर अष्टदल बनाएं। बाजोट पर सवा मीटर लाल रेशमी वस्त्र लेकर उसके चारों कोनों में एक - एक गुलाब का पुष्प बांध दें। उसे बाजोट पर रखकर माँ लक्ष्मी की तस्वीर को उसपर स्थापित करें। इसके साथ अभिमंत्रित श्री यंत्र को स्थापित करें। यंत्र पर तिलक बिंदी करके धूप दीप अर्पित करें और 11 पत्ते कचनार के चढ़ाये। फिर माता लक्ष्मी के किसी भी मंत्र का जाप करें। मंत्र जाप से पहले आप गिनकर 108 कमल गट्टे के बीज व इतने ही नागकेशर रखें।
प्रत्येक मंत्र के बाद यंत्र पर एक नागकेशर और एक कमलगट्टा अर्पित करें। इस तरह 108 मंत्र के बाद प्रणाम करके उठ जाएँ। अगले दिन पुनः यही क्रिया करें। इस तरह नौ दिन तक यह क्रिया करें। नौवें दिन मंत्र जाप करके श्रीसूक्त की ऋचा से आहुति दें। आहुति के बाद माता लक्ष्मी की तस्वीर को पूजास्थल पर रखें। लाल वस्त्र में यंत्र के साथ सारी सामग्री को बांध कर पोटली बनाकर अपने धन रखने के स्थान पर रखें। फिर अगले दिन से गिनकर 21 दिन तक अगरबत्ती जरूर दिखाएँ। कुछ दिन बाद ही आप आर्थिक सम्पन्नता महसूस करेंगे।
प्रत्येक मंत्र के बाद यंत्र पर एक नागकेशर और एक कमलगट्टा अर्पित करें। इस तरह 108 मंत्र के बाद प्रणाम करके उठ जाएँ। अगले दिन पुनः यही क्रिया करें। इस तरह नौ दिन तक यह क्रिया करें। नौवें दिन मंत्र जाप करके श्रीसूक्त की ऋचा से आहुति दें। आहुति के बाद माता लक्ष्मी की तस्वीर को पूजास्थल पर रखें। लाल वस्त्र में यंत्र के साथ सारी सामग्री को बांध कर पोटली बनाकर अपने धन रखने के स्थान पर रखें। फिर अगले दिन से गिनकर 21 दिन तक अगरबत्ती जरूर दिखाएँ। कुछ दिन बाद ही आप आर्थिक सम्पन्नता महसूस करेंगे।