यदि आपका व्यापार कम चल रहा हो या आपको लगता हो कि आपका व्यापार किसी ने बांध दिया है तो ये उपाय आपके लिए लाभकारी है।
इसके लिए सबसे पहले आप अभिमंत्रित एक मोती शंख , सात गोमती चक्र , ग्यारह लक्ष्मीकारक कोडियां , 108 लौंग और एक सौ पच्चीस ग्राम काली सरसों को पीस कर पाउडर बना लें। मंगलवार को आने वाली मंगली अमावस्या को व्यापार स्थल या ऑफिस या दुकान या फैक्ट्री या जो भी आपका व्यापार स्थल हो , उसपर शाम के समय दक्षिण मुखी होकर बैठ जाएँ। अपने सामने लकड़ी की चौकी पर काला कपडा बिछाकर उसपर श्री भैरव यंत्र को स्थापित करें।
पिसी हुई सामग्री को किसी कटोरी में रखकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं। काले हकीक या रुद्राक्ष की माला से-
"ॐ दक्षिण भैरवायः भूत-प्रेत बन्ध निगर्हनि , सर्व संहारणी कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा"
मंत्र की तीन माला जपें। और हाथ जोड़कर उठ जाएँ। अगले दिन मंत्र जाप से पहले कटोरी में से थोड़ा सा पाउडर निकाल कर अपने व्यापार स्थल के सामने बिखेर दें। इस तरह यह उपाय लगातार आठ दिन तक करें। इन आठ दिनों में सारी सामग्री समाप्त हो जानी चाहिए। आप देखेंगे कि कुछ ही समय में आपका व्यवसाय बड़ी तेजी से चलने लगा है।
इसके लिए सबसे पहले आप अभिमंत्रित एक मोती शंख , सात गोमती चक्र , ग्यारह लक्ष्मीकारक कोडियां , 108 लौंग और एक सौ पच्चीस ग्राम काली सरसों को पीस कर पाउडर बना लें। मंगलवार को आने वाली मंगली अमावस्या को व्यापार स्थल या ऑफिस या दुकान या फैक्ट्री या जो भी आपका व्यापार स्थल हो , उसपर शाम के समय दक्षिण मुखी होकर बैठ जाएँ। अपने सामने लकड़ी की चौकी पर काला कपडा बिछाकर उसपर श्री भैरव यंत्र को स्थापित करें।
पिसी हुई सामग्री को किसी कटोरी में रखकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं। काले हकीक या रुद्राक्ष की माला से-
"ॐ दक्षिण भैरवायः भूत-प्रेत बन्ध निगर्हनि , सर्व संहारणी कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा"
मंत्र की तीन माला जपें। और हाथ जोड़कर उठ जाएँ। अगले दिन मंत्र जाप से पहले कटोरी में से थोड़ा सा पाउडर निकाल कर अपने व्यापार स्थल के सामने बिखेर दें। इस तरह यह उपाय लगातार आठ दिन तक करें। इन आठ दिनों में सारी सामग्री समाप्त हो जानी चाहिए। आप देखेंगे कि कुछ ही समय में आपका व्यवसाय बड़ी तेजी से चलने लगा है।