आज लगभग सभी व्यक्ति कम अथवा अधिक कर्ज से दबे हुए है। यहाँ तक कि बड़े बड़े करोड़पति भी इससे अछूते नहीं है। कुछ लोग कर्जे से मुक्त हो जाते है ,परन्तु कुछ लोग जिंदगी भर कर्ज के नीचे दबे रहते है। कई देखा जाता है कि किसी ने कर्ज तो लिया दस हजार का। परन्तु वह बढ़ता बढ़ता एक लाख रुपए हो गया। कुछ लोगों की कुंडली में भी ऐसा योग होता है कि वे लाख चाहने पर भी कर्ज से मुक्त नहीं हो पाते। कई बार ऐसा होता है कि हम किसी गलत समय में कर्ज ले लेते है। वह कर्ज स्थाई हो जाता है और कभी खत्म नहीं होता।
यहाँ मैं आपको सरल रूप से ये बताऊंगा कि कर्जा कब लेना चाहिये और कब नहीं। इसके अलावा यह भी बताऊंगा कि किस दिन कर्ज की पहली किश्त चुकाने से कर्ज जल्दी समाप्त होता है। जिस दिन अथवा जिस समय कर्ज लेने को मना किया गया है। उस दिन या उस समय तो कर्ज के लिए आवेदन भी नहीं करना चाहिए।
यहाँ मैं आपको सरल रूप से ये बताऊंगा कि कर्जा कब लेना चाहिये और कब नहीं। इसके अलावा यह भी बताऊंगा कि किस दिन कर्ज की पहली किश्त चुकाने से कर्ज जल्दी समाप्त होता है। जिस दिन अथवा जिस समय कर्ज लेने को मना किया गया है। उस दिन या उस समय तो कर्ज के लिए आवेदन भी नहीं करना चाहिए।
- मंगलवार को कभी भी कर्जा नहीं लेना चाहिए। यह जरूर करें कि कर्जा चुकाने की पहली क़िस्त मंगलवार से देना शुरू करें।
- कभी भी वृद्धि नामक योग में कर्जा नहीं लेना चाहिए। क्योकि इस योग में कर्जा लेने से वह बढ़ता है और कभी समाप्त नहीं होता।
- कभी भी संक्रांति परिवर्तन अर्थात जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में जा रहा हो , उस समय कर्जा न लें।
- कभी भी अमृतसिद्धि , द्विपुष्कर , त्रिपुष्कर योग में कर्जा नहीं लेना चाहिए।
- हस्त नामक नक्षत्र में कभी भी कर्जा नहीं लेना चाहिए।
- यदि लग्न की बात करें तो कभी भी स्थिर लग्न में कर्जा नहीं लेना चाहिए। चर लग्न (मेष , कर्क , तुला , मकर ) में लिया कर्जा चुक जाता है। इसलिए चर लग्न में ही कर्ज लेना चाहिए।
- कभी भी बुधवार के दिन किसी को पैसे उधार नहीं देने चाहिए। बुधवार को दिया पैसा कभी वापस नहीं आता।
- इसके अतिरिक्त आप स्वाति, पुनर्वसु , श्रवण , धनिष्ठा , शतभिषा , मृगशिरा , रेवती , चित्रा , अनुराधा , अश्विनी ,पुष्य , या विशाखा नक्षत्रों में से किसी भी नक्षत्र में कर्ज ले सकते है। इनमे कर्ज लेने से जल्दी चुक जाता है।