पति पत्नी में झगड़े का कारण:-
विवाह संबंध तय करने से पहले वर वधू की कुंडली मिलाने की परंपरा प्राचीन काल से ही चली आ रही है. प्राचीन काल में इसका सूक्ष्म विचार किया जाता था परंतु आज ये सिर्फ एक औपचारिकता ही रह गई है. लोग सिर्फ अपनी तसल्ली के लिए गुन मिळवा लेते है. यदि एक नाम से नही मिलते है तो लड़का या लड़की का नाम बदल कर गुन मिला देते है तथा विवाह कर देते है. सुखी वैवाहिक जीवन के लिए 36 गुन में से कम से कम 18 गुन मिलना जरुरी है. गुण मिलने के बाद भी देखा जाता है कि शादी के बाद लड़ाई झगड़ा तलाक आदि घटनाएं हो जाती है. फिर ज्योतिष को दोष दिया जाता है. परंतु व्यक्ति ये नही देखता है की उसने अच्छा घर मिलने के लालच में नकली कुंडली बनवा कर नाम बदल के शादी की थी. अथवा मंगल दोष को छिपा कर शादी की है. ऐसी स्थिति में वैवाहिक जीवन सुखी कैसे होगा.
पति पत्नी में झगड़े का कारण:-
एक दूसरे में विश्वास की कमी
चरित्र में दोष होना
किसी भी कारण से दूर रहना
किसी एक का रोगी होना
संतान का न होना या पुत्र संतान का न होना
विचार न मिलना
अहम् का टकराना
परिवार का हस्तक्षेप
एक दूसरे के लिए समय न होना
यदि भावी वर वधु को कुंडली मिलाते समय उपरोक्त कारणों के निदान को देखते हुए आगे बढ़ा जाये तो अवश्य ही उनका जीवन सुखी होगा। क्योकि कुंडली में दिखने वाली समस्या का समाधान हम पहले ही कर चुके है. क्योकि कुंडली में प्रत्येक समस्या का कारण और निवारण , दोनों होता है. सभी ग्रह व्यक्ति के जीवन में किसी न किसी क्षेत्र को नियंत्रित करते है. व्यक्ति उनके हिसाब से ही चलता है जो की उसे खुद को भी ज्ञात नही होता। यदि उसके लग्न में कोई क्रूर ग्रह बैठा है तो निश्चित रूप से उसका स्वभाव कठोर होगा और वह लोगो के लिए बुरे स्वभाव वाला होगा,तथा यदि सौम्य ग्रह बैठा है तो निश्चित रूप से उसका स्वभाव सौम्य होगा. और वह लोगो के लिए भला आदमी कहलायेगा, जबकि ये सब वह व्यक्ति नही कर उसके ग्रह करवा रहे है.
विवाह संबंध तय करने से पहले वर वधू की कुंडली मिलाने की परंपरा प्राचीन काल से ही चली आ रही है. प्राचीन काल में इसका सूक्ष्म विचार किया जाता था परंतु आज ये सिर्फ एक औपचारिकता ही रह गई है. लोग सिर्फ अपनी तसल्ली के लिए गुन मिळवा लेते है. यदि एक नाम से नही मिलते है तो लड़का या लड़की का नाम बदल कर गुन मिला देते है तथा विवाह कर देते है. सुखी वैवाहिक जीवन के लिए 36 गुन में से कम से कम 18 गुन मिलना जरुरी है. गुण मिलने के बाद भी देखा जाता है कि शादी के बाद लड़ाई झगड़ा तलाक आदि घटनाएं हो जाती है. फिर ज्योतिष को दोष दिया जाता है. परंतु व्यक्ति ये नही देखता है की उसने अच्छा घर मिलने के लालच में नकली कुंडली बनवा कर नाम बदल के शादी की थी. अथवा मंगल दोष को छिपा कर शादी की है. ऐसी स्थिति में वैवाहिक जीवन सुखी कैसे होगा.
पति पत्नी में झगड़े का कारण:-
एक दूसरे में विश्वास की कमी
चरित्र में दोष होना
किसी भी कारण से दूर रहना
किसी एक का रोगी होना
संतान का न होना या पुत्र संतान का न होना
विचार न मिलना
अहम् का टकराना
परिवार का हस्तक्षेप
एक दूसरे के लिए समय न होना
यदि भावी वर वधु को कुंडली मिलाते समय उपरोक्त कारणों के निदान को देखते हुए आगे बढ़ा जाये तो अवश्य ही उनका जीवन सुखी होगा। क्योकि कुंडली में दिखने वाली समस्या का समाधान हम पहले ही कर चुके है. क्योकि कुंडली में प्रत्येक समस्या का कारण और निवारण , दोनों होता है. सभी ग्रह व्यक्ति के जीवन में किसी न किसी क्षेत्र को नियंत्रित करते है. व्यक्ति उनके हिसाब से ही चलता है जो की उसे खुद को भी ज्ञात नही होता। यदि उसके लग्न में कोई क्रूर ग्रह बैठा है तो निश्चित रूप से उसका स्वभाव कठोर होगा और वह लोगो के लिए बुरे स्वभाव वाला होगा,तथा यदि सौम्य ग्रह बैठा है तो निश्चित रूप से उसका स्वभाव सौम्य होगा. और वह लोगो के लिए भला आदमी कहलायेगा, जबकि ये सब वह व्यक्ति नही कर उसके ग्रह करवा रहे है.