11 अक्टूबर 2018 को बृहस्पति देव तुला राशि से वृश्चिक राशि में गमन कर रहे है। इनका गमन करना कुछ राशियों के लिए शुभ तो कुछ के लिए अशुभ होगा। कुछ को कष्ट होगा तो कुछ को धन लाभ होगा। जिनका विवाह अटका हुआ है या नहीं हो रहा है , उनका विवाह सम्पन्न होगा। आपके लिए कैसा रहेगा इनका राशि परिवर्तन। देखिये अपनी राशि के अनुसार -
मेष राशि -
जन्म चंद्रमा से
गुरु का अष्टम भाव से गोचर (11 अक्टूबर 2018 19:19:34 से 29 मार्च 2019
20:08:33) इस अवधि में बृहस्पति चन्द्रमा से आपके आठवें
भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह समय अधिकतर निराशाएँ लेकर आया है । स्वास्थ्य की
ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि इन दिनों आप कुछ ऐसे रोगों से
ग्रसित हो सकते हैं जिनमें जीवन को खतरा हो । साथ ही आप थकान व उत्साहहीनता भी
महसूस कर सकते हैं । सफलतापूर्वक काम
सम्पन्न करने में अत्यधिक परिश्रम की आवश्यकता पड़ सकती है । एकाग्रचित्त होकर काम
करें व्यर्थ विवादों में न पड़ें अपने पद व प्रतिष्ठा को बिल्कुल ढ़ील न दें
क्योंकि इस समय अपमानजनक रुप से यह हाथ से फिसल सकते हैं । आपको राजकीय आक्रोश का
सामना, मुकदमेबाजी में लिप्त होना यहाँ तक कि कारागार
जाने जैसी स्थितियों तक का सामना करना पड़ सकता है । वित्तीय मामलों पर विशेष नजर रखें, चोरों व व्यर्थ के खर्चों से सावधान रहें । यदि आप यात्रा की योजना बना रहे हैं तो उसे
फिलहाल टाल दें । यात्रा कष्टदायक हो सकती है और संभव है कि वांछित परिणाम प्राप्त
न हों । परिवारजन व मित्रों से विवाद से
दूर रहें क्योंकि इससे शत्रुता पनप सकती है । इन दिनों आपका व्यवहार चिड़चिड़ा, दयाहीन व बिना सोच-समझा हो सकता है । स्वभाव को शान्त रखें
।
वृष राशि -
जन्म चंद्रमा से
गुरु का सप्तम भाव से गोचर (11 अक्टूबर 2018 19:19:34 से 29 मार्च 2019
20:08:33) इस अवधि में बृहस्पति चन्द्रमा से आपके सातवें
भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह जीवन में सुखद समय लाएगा । आप इन दिनों शारीरिक
व भौतिक सुखों का आनन्द ले सकते हैं जैसे उत्तम सुस्वादु भोजन, जायदाद पाना,
फालतू समय में
आमोद-प्रमोद या किसी अधिकारी द्वारा विशेष सम्मान दिया जाना । सामाजिक जीवन में भी
आप अच्छे समय की आशा कर सकते हैं । आप ऐसे विशिष्ट व्यक्तियों से मिल सकते हैं या
मित्रता कर सकते हैं जो आपके लिए लाभप्रद सिद्ध हों । व्यक्तिगत रुप में भी आप एक
चुस्त-दुरुस्त वक्ता व उत्कृष्ट बुद्धिमता के द्वारा पहचान बना सकते हैं । इस समय
आप घर से बाहर रहकर कोई मांगलिक कार्य सम्पन्न कर सकते हैं । स्वास्थ्य अच्छा रहेगा । आपकी सचरित्रता व
शारीरिक भव्यता की ओर सबका ध्यान जाएगा ।
इस समय आरामदायक घर प्राप्त करने का है एवम् इच्छापूर्त्ति होने की संभावना
है । एकल व्यक्ति विवाह के विषय में व विवाहित परिवार बढ़ाने के बारे में सोच सकते
हैं । यदि आप विवाहित हैं तो दाम्पत्य जीवन का परमानन्द प्राप्त होने की संभावना
है ।
मिथुन राशि -
जन्म चंद्रमा से गुरु का षष्ठ भाव से गोचर (11 अक्टूबर 2018
19:19:34 से 29 मार्च 2019 20:08:33)
इस अवधि में
बृहस्पति चन्द्रमा से आपके छठे भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह जीवन के अधिकांश
पहलुओं में परेशानियों का सूचक है । अपने परिवार व मित्रों के साथ व्यर्थ के विवाद
में पड़कर आप अपने शत्रुओं की संख्या बढ़ाएँगे । आप अपने परामर्शदाताओं से भी
शत्रुता कर सकते हैं । शत्रुओं से विशेष सावधान रहें क्योंकि वे आपके लिए सदा से
भी अधिक परेशानियाँ खड़ी कर सकते हैं ।
स्वास्थ्य के प्रति ध्याद देना आवश्यक है । संभव है कि सब कुछ उत्तम हो फिर
भी आप बेचैनी व दु:ख का अनुभव करें । स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न बरतें व रोग
से बचाव रखें । हो सकता है कि आप कुछ धन व
जायदाद गँवा बैठें । अत: इस दौरान अपने कार्यक्षेत्र में अधिक सतर्क रहें । चोर, कार्यालय में आग व राजकीय रोष से सावधान रहें । यदि सेवारत
हैं तो मालिक व सहयोगियों से अच्छा तालमेल बनाए रखें जिससे आपको उनकी नाराजगी या
उपेक्षा न झेलनी पड़े । कोई नया कार्य प्रारम्भ करने जा रहे हों तो स्थगित कर दें
क्योंकि यह समय कुछ नया करने के लिए उपयुक्त नहीं होगा । अपने जीवन साथी के साथ
अपने सम्बन्ध सावधानीपूर्वक व बुद्धिमानीपूर्वक निभाने की आवश्यकता पड़ सकती है ।
अपने साथी से विवाद से बचें व हर प्रकार की किसी से भी मुकदमेबाजी से दूर ही रहें
।
कर्क राशि -
जन्म चंद्रमा से
गुरु का पंचम भाव से गोचर (11 अक्टूबर 2018 19:19:34 से 29 मार्च 2019
20:08:33) इस अवधि में बृहस्पति चन्द्रमा से आपके पाँचवें
भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह सुख व प्रयासों में सफलता का सूचक है । आप समस्त
योजनाओं के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने की आशा रख सकते हैं व कार्य तथा व्यवसाय के
प्रत समर्पण के भाव में वृद्धि होगी । आपके प्रयत्नों से आपको उच्चस्तरीय पुरस्कार
मिलेंगे व व्यवसाय तथा व्यापार में लाभ के और भी अच्छे अवसर मिलने की संभावना है ।
यदि आप विद्यार्थी हैं अथवा ज्ञानोपार्जन कर रहे हैं तो इस क्षेत्र में भी आप
सफलता की आशा कर सकते हैं । वित्तीय
दृष्टि से भी आप व आपके परिवार के लिए यह अच्छा समय सिद्ध हो सकता है । आप पशुधन, घर, आभूषण व वस्त्र खरीदने की सोच सकते हैं । व्यक्तिगत रुप से, यदि आप अविवाहित हैं तो आपको इस समय आदर्श साथी मिल सकता है
और आप विवाह के बारे में सोच सकते हैं । यदि विवाहित हैं तो परिवार में नए सदस्य
के आगोचर की आशा कर सकते हैं । परिवार के दूसरे सदस्यों से सम्बन्ध सुधरेंगे और आप
उनसे लाभान्वित हो सकते है । आप घरेलू काम में सहायता के लिए किसी सेवक को रख सकते
हैं । घर में कोई मांगलिक कार्य सम्पन्न हो सकता है जिसमें आपका योगदान सर्वाधिक
होगा । सामाजिक दृष्टि से अच्छा समय है ।
उच्च वर्ग का साथ एवम् राजकीय अनुग्रह की आशा की जा सकती है । बुद्धि की प्रखरता
चरम सीमा पर होने से आप हर प्रकार के तार्किक वाद-विवाद से सफलतापूर्वक उबरेंगे ।
फालतू समय आमोद-प्रमोद में व्यतीत होगा, सामाजिक स्तर
ऊँचा उठ सकता है । मानसिक रुप से आप शान्ति अनुभव करेंगे ।
सिंह राशि -
जन्म चंद्रमा से गुरु का चतुर्थ भाव से गोचर (11 अक्टूबर 2018 19:19:34 से 29 मार्च 2019
20:08:33) इस अवधि में बृहस्पति चन्द्रमा से आपके चतुर्थ
भाव में होते हुए गोचर करेगा । ये आपके लिए चिन्ताएँ लेकर आयाहै । कार्यक्षेत्र
में ये अनेक कठिनाइयाँ उत्पन्न करेगा व आपकी पदोन्नति में भी विलम्ब हो सकता है ।
जायदाद सम्बन्धी मामलों व मुकदमेबाजी से दूर रहें । शत्रुओं से बचें व विशेष ध्यान रखें कि नए
शत्रु न बनें । अपने सम्बन्धियों व मित्रों से मधुर सम्बन्ध रखें । इन दिनों आप
किसी ऐसे परिवार में जाएँगे जहाँ किसी की मृत्यु हुई हो । आर्थिक रुप से भी यह कठिन समय है । व्यर्थ के
खर्चों व यात्रा से बचें । अपनी व अपनी
माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें । आप इस समय कमजोरी व जीवन में एक फीकापन महसूस
कर सकते हैं । पालतू पशुओं व कार यात्रा से बचें क्योंकि दुर्घटना की संभावना है
। समाज में अपना स्तर ऊँचा बनाए रखें व
समाज के सदस्यों से मधुर सम्बन्ध बनाएँ रखें क्योंकि विरोध का सामना करना पड़ सकता
है । आपको इस काल में गहरी मानसिक चिन्ता हो सकती है व अपमान झेलना पड़ सकता है
।
कन्या राशि -
जन्म चंद्रमा से
गुरु का तृतीय भाव से गोचर (11 अक्टूबर 2018 19:19:34 से 29 मार्च 2019
20:08:33) इस अवधि में बृहस्पति चन्द्रमा से आपके तृतीय
भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह आपके जीवन में बाधाएँ व अस्वस्थता लेकर आएगा ।
वित्त हेतु भी यह समय अच्छा नहीं है क्यसोंकि व्यापार में किए गए प्रयासों में
असफलता व अड़चनें आ सकती हैं । हाथ से धन भी जा सकता है । काम में आपको अपना पद व स्थान बनाए रखने हेतु
सतर्क रहना पड़ सकता है । आपको अपने मालिक व सहकर्मियों का इस दौरान विरोध भी
झेलना पड़ सकता है । अपने मित्रों व
भाई-बहनों से विवाद में न पड़ें क्योंकि इससे झगड़ा हो सकता हैं । इस समय किसी
रिश्तेदार व मित्र की मृत्यु भी हो सकती है ।
आप एवम् आपके जीवनसंगी के बीमान होने का खतरा है । अत: स्वास्थ्य के प्रति
अतिरिक्त सतर्कता बरतें । आप मानसिक चिन्ताओं व अन्य कठिनाइयों से गुजर सकते हैं
। यात्रा से बचें क्योंकि यह हानिकारक हो
सकता है । दूसरी और आपमें से कुछ कोई
पवित्र अनुष्ठान कर सकते हैं व विवाह के बारे में सोच सकते हैं ।
तुला राशि -
जन्म चंद्रमा से गुरु का द्वितीय भाव से गोचर (11 अक्टूबर 2018 19:19:34 से 29 मार्च 2019
20:08:33) इस अवधि में बृहस्पति चन्द्रमा से आपके द्वितीय
भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह कुल मिलाकर शुभ समय का सूचक है । यह दौर आपकी
वर्तमान आयु, कृषि, व्यापार में लाभ
प्राप्ति व प्रसन्नतापूर्वक दान कार्यों में व्यय किए जाने वाले धन आदि की वृद्धि
में वरदानस्वरुप सिद्ध हो सकता है । इसमें भूमि, जायदाद या सम्पदा
में आप निवेश कर सकते हैं व यदि कोई ऋण है तो उसे चुकाने में यह समय सहायक होगा
। घर के लिए भी यह सुखमय दौर है व परिवार
के लिए आनन्द लेकर आया है । दाम्पत्य जीवन में आप सुख की आशा कर सकते हैं । परिवार
में नए सदस्य का आगोचर हो सकता है ।
कामकाज में आप अधिकारियों का विश्वास प्राप्त करेंगे व दूसरे आपसे प्रभावित
होंगे । इस समय आप शत्रुओं पर विजय
प्राप्त करेंगे । सामाजिक रुप से यह समय तुष्टिकारक है क्योंकि आपको और अधिक आदर
मिलने की संभावना है व आपको उच्च कोटि की शान-शौकत व मान का अनुभव होने वाला है
। मानसिक रुप से आप शान्ति अनुभव करेंगे
तथा अपनी बुद्धि को इस समय और भी प्रखर करने की संभावना है ।
वृश्चिक राशि -
जन्म चंद्रमा से
गुरु का प्रथम भाव से गोचर (11 अक्टूबर 2018 19:19:34 से 29 मार्च 2019
20:08:33) इस अवधि में बृहस्पति चन्द्रमा से आपके प्रथम
भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह आपके जीवन में कुछ महत्तवपूर्ण नकारात्मक
परिणामों का सूचक है । किसी भी प्रकार के रोग से बचने को स्वास्थ्य की ओर विशेष
ध्यान देने व सावधानी बरतने की आवश्यकता है । स्वास्थ्य का प्रश्न हो तो जीवन को
खतरे में न डालें । वित्त की दृष्टि से भी
समय कठिन है और कुछ अनावश्यक खर्चों के कारण धन हाथ से जा सकता है । लम्बी यात्रा से बचें क्योंकि वांछित परिणाम
मिलने की संभावना नहीं है व कष्ट झेलना पड़ सकता है । आपके मातृभूमि से दूर रहने
की भी संभावना है । यदि आप बेरोजगार हैं
तो निराशा ही हाथ लग सकती है । व्यवसाय में भी कठिन समय से गुजरना पड़ सकता है ।
वरिष्ठ व्यक्तियों से विवाद से बचें क्योंकि यह मानसिक कष्ट का कारण बन सकता है ।
अपनी परियोजना समय पर सफलतापूर्वक पूरी करने हेतु अतिरिक्त श्रम करें । इस समय आपको सरकार का आक्रोश, अपमान व अवनति भी झेलनी पड़ सकती है । अपने पद
व प्रतिष्ठा को बनाए रखें व किसी भी मूल्य पर उन्हें खतरे में न डालें । साथ ही परिवार में भी विवाद से बचें व शान्त
रहें । अन्य व्यक्तियों से व्यवहार करते समय अपने निर्णयों का ध्यान रखें । यह समय
मानसिक यातना व अवसाद ला सकता है अत: अपना उत्साह व जोश बनाए रखें । फिर भी, आपमें से कुछ को इस विशेष समय में पुरानी
समस्याओं का हल मिलेगा । आपको बालक के गर्भाधान का समाचार भी मिल सकता है ।
धार्मिक कृत्यों में रुचि बढ़ेगी ।
विद्यार्थियों को उत्तम सफलता मिलने की संभावना है । आपका सामाजिक सम्मान
भी इस दौरान बढ़ सकता है ।
धनु राशि -
जन्म चंद्रमा से
गुरु का द्वादश भाव से गोचर (11
अक्टूबर 2018
19:19:34 से 29 मार्च 2019 20:08:33)
इस अवधि में
बृहस्पति चन्द्रमा से आपके बारहवें भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह आपके लिए
व्यय का सूचक है । उतना पैसा आने की आशा नहीं होगी जितना जाएगा । इस सबके अतिरिक्त
व्यापार व व्यवसाय में भी कठिनाई सामने आ सकती है विशेष रुप से यदि वह पशुधन से
सम्बन्धित हो । इसके अतिरिक्त आपको कुछ धन
मांगलिक कार्यों व लम्बी यात्रा पर भी व्यय करना पड़ सकता है। यह समय आपको अपनी
जन्मस्थली व संतान से दूर रहने को विवश कर सकता है । यदि आप नौकरीपेशा हैं तो अपना पद व स्थान बचाए
रखें क्योंकि वह भी खतरे में हैं । आपको
शारीरिक व मानसिक कष्ट झेलने पड़ सकते हैं और आप मनस्ताप, पश्चाताप व भय से ग्रसित हो सकते हैं । ऐसा कोई कार्य न
करें जिससे जीवन जोखिम में पड़ जाय । इस
दौरान आपके भटक जाने व ऐसा व्यवहार करने का खतरा हो सकता है जो आपके लिए सामान्य
नहीं है । आपके चरित्र की गुणवत्ता अस्थाई रुप से गायब हो सकती है और अपने
निकटवर्त्ती व प्रियजनों के प्रति आपका रवैया नकारात्मक हो सकता है । समाज आपके विपरीत जा सकता है और समाज में आपका
अपमान व बदनामी हो सकती है । ध्यान रखिए कि आप किसी अप्रिय स्थिति में न फँस जाय ।
फिर भी आप में से कुछ की अतिरिक्त आय हो सकती है जिससे आप मनपसन्द वाहन खरीद सकते
हैं ।
मकर राशि -
जन्म चंद्रमा से गुरु का एकादश भाव से गोचर (11 अक्टूबर 2018 19:19:34 से 29 मार्च 2019 20:08:33) इस अवधि में बृहस्पति चन्द्रमा से आपके ग्यारहवें भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह सुखमय समय का प्रतीक है । इस समय कार्यालय में पदोन्नति, व्यापार में लाभ यहाँ तक कि व्यावसायिक क्षेत्र में और उच्च अधिकारी का पद प्राप्त हो सकता है । सामाजिक दृष्टि से भी यह अच्व्छा समय है क्योंकि आपकी समाज में प्रतिष्ठा बढ़ सकती है । इस समय आपकी शान-शौकत व आपकी सशरीर उपस्थिति पर सबका ध्यान जाएगा । आप अपने प्रियजन व मित्रों से कोई लाभ मिलने की आशा कर सकते हैं । इस दौरान आप देखेंगे कि आपके शत्रु नरम पड़ गए हैं व पराजित हो गए हैं । धार्मिक कृत्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी व मंत्रोच्चार की शक्ति आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती है । यदि आप विवाह योग्य हैं तो विवाह के विषय में सोच सकते हैं और विवाहित दम्पत्ति परिवार में नए सदस्य के आने की आशा कर सकते हैं आपमें से कुछ इस समय प्रेम - प्रसंग में लिप्त हो सकते हैं । धन की बहुतायत रहेगी और आपमें से अधिकांश भूमि, जायदाद, आभूषण नया वाहन व ऐशोआराम के नए साधन लेने के विषय में इस समय सोच सकते हैं । आप अच्छे स्वास्थ्य व मानसिक शान्ति का भरपूर आनन्द उठाएँगे ।कुम्भ राशि -
जन्म चंद्रमा से गुरु का दशम भाव से गोचर (11 अक्टूबर 2018 19:19:34 से 29 मार्च 2019
20:08:33) इस अवधि में बृहस्पति चन्द्रमा से आपके दसवें
भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह जीवन की गति में व्यवधान लाएगा । इस समय आपका
सोच नकारात्मक हो सकता है व स्वयं को भाग्यहीन महसूस कर सकते हैं । इच्छाएँ पूर्ण
न होने के कारण आपके स्वभाव में चिड़चिड़ापन भी आ सकता है । इधर - उधर भटकने से
बचें क्योंकि इस विशेष समय में निराशा हाथ लगने की ही संभावना है । यही समय है जब आप विशेष चैतन्य रहें कि आप
कार्यालय में वरिष्ठ पदाधिकारी व घर पर बड़ों से विवाद में न पड़ें । यदि आप
सावधान नहीं रहे तो संभव है आपका पद व प्रतिष्ठा न रहे और आपका किसी सुदूर स्थान
पर स्थानान्तरण हो जाय । स्वयं आपके व
आपके बच्चों के स्वास्थ्य की ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है । अपने नेत्र व
गले के प्रति सावधानी बरतें । शरीर को थकान से बचाने के लिए यही समय है जब आपको
स्वस्थ रहन-सहन की शैली अपनानी होगी । इस समय विशेष सावधानी बरतें कि कहीं आपकी
लापरवाही से बच्चों का जीवन खतरे में न पड़ जाए ।
मीन राशि -
जन्म चंद्रमा से गुरु का नवम भाव से गोचर (11 अक्टूबर 2018 19:19:34 से 29 मार्च 2019
20:08:33) इस अवधि में बृहस्पति चन्द्रमा से आपके नवें
भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह धन व वित्तीय लाभ का सूचक है । आप व्यापार व
व्यवसाय में लाभ, कार्यालय में अधिकारपूर्ण पद, उद्यम में सफलता व अपने वरिष्ठ अधिकारियों से अनुग्रह की
आशा कर सकते हैं । यह लेखकों, प्रकाशकों, व्याख्याताओं व
पुस्तकों के क्षेत्र से सम्बन्धित सभी के लिए अच्छा समय सिद्ध हो सकता है । सामाजिक दृष्टि से भी यह अच्छा समय है । आपको
सम्मान मिलने की संभावना है, आपकी प्रतिष्ठा बढ़ती चली जाएगी । धार्मिक
कृत्यों में सर्वोपरि रुचि होगी और आप इतने धार्मिक कार्यों में भाग लेंगे जितना
संभव हो सकता है । आपको संतों का संग भी मिलेगा और आप सत्कार्यों पर धन व्यय करने
को तत्पर रहेंगे । धन व आर्थिक लाभ मानों
हर ओर से, हर संभव स्त्रोत से प्रवाहित होकर आता रहेगा ।
आप कृषि भूमि या अन्च अचल सम्पत्ति क्रय करने के विषय में सोच सकते हैं । अविवाहित
अपनी इच्छा के अनुरुप पात्र से विवाह के विषय में सोच सकते हैं और संतान की इच्छा
रखने वालों के लिए भी यह उचित समय है । आपमें से अधिकांश बहुत बढि़या भोजन व
शारीरिक ऐशोआराम का आनन्द लेंगे ।
स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप सुदूर यात्रा पर जाने का मानस बना सकते हैं ।