यदि आप ज्यादा ही कर्जदार है , कर्ज उतरने का नाम नहीं ले रहा हो तो एक बार ये उपाय जरूर करें। ये उपाय आपके लिए बहुत लाभदायक है और करने में आसान तथा सात्विक भी है।
इसके उपाय को किसी भी शुक्ल पक्ष की प्रथमा तिथि से आरम्भ कर सकते है। प्रातः काल स्नान करके साफ़ कपड़े पहन कर पूर्व की तरफ मुख करके बैठ जाइये। एक हत्थाजोड़ी लेकर नीले धागे से एक सौ दस बार लपेटे। लपेटते समय भगवान से अपनी कर्जमुक्ति की प्रार्थना करें।
ॐ गं गणपत्यै ऋणहर्तायै नमः
जब एक सौ दस चक्र पूरे हो जाएँ तो श्री गणेश जी का स्मरण करके 28 बार- ॐ गं गणपत्यै ऋणहर्तायै नमः
इस मन्त्र का जाप करें। मंत्र जाप के बाद हल्दी से रंगे पीले चावल अर्पित करते हुए पुनः इसी मंत्र का 35 बार जाप करें। जाप के बाद किसी लाल या गुलाबी वस्त्र पर हत्थाजोड़ी रखकर प्रणाम कर उठ जाएँ। अगले दिन पुनः यही क्रिया करें। इस तरह नवमी तिथि तक यह क्रिया करते रहें। नवमी की रात को आप उसी कपड़े में हत्थाजोड़ी को बांधकर अपने घर के किसी कच्चे या अन्य किसी स्थान पर दबा दें। उसपर कोई वजनदार पत्थर या और कोई वस्तु रख दें। कुछ ही समय में आपका कर्जा चुकने लग जायेगा।
इसके उपाय को किसी भी शुक्ल पक्ष की प्रथमा तिथि से आरम्भ कर सकते है। प्रातः काल स्नान करके साफ़ कपड़े पहन कर पूर्व की तरफ मुख करके बैठ जाइये। एक हत्थाजोड़ी लेकर नीले धागे से एक सौ दस बार लपेटे। लपेटते समय भगवान से अपनी कर्जमुक्ति की प्रार्थना करें।
ॐ गं गणपत्यै ऋणहर्तायै नमः
जब एक सौ दस चक्र पूरे हो जाएँ तो श्री गणेश जी का स्मरण करके 28 बार- ॐ गं गणपत्यै ऋणहर्तायै नमः
इस मन्त्र का जाप करें। मंत्र जाप के बाद हल्दी से रंगे पीले चावल अर्पित करते हुए पुनः इसी मंत्र का 35 बार जाप करें। जाप के बाद किसी लाल या गुलाबी वस्त्र पर हत्थाजोड़ी रखकर प्रणाम कर उठ जाएँ। अगले दिन पुनः यही क्रिया करें। इस तरह नवमी तिथि तक यह क्रिया करते रहें। नवमी की रात को आप उसी कपड़े में हत्थाजोड़ी को बांधकर अपने घर के किसी कच्चे या अन्य किसी स्थान पर दबा दें। उसपर कोई वजनदार पत्थर या और कोई वस्तु रख दें। कुछ ही समय में आपका कर्जा चुकने लग जायेगा।