Saturday, 18 March 2017

पहले भाव में मंगल - मांगलिक योग / Mars in the first house - Manglik Yoga:-

Posted by Dr.Nishant Pareek
पहले भाव में मंगल - मांगलिक योग / Mars in the first house - Manglik Yoga:-

                                                        जन्मपत्री में पहला भाव पूर्व दिशा का प्रतिनिधित्व करता है।  पहले भाव से व्यक्ति के शरीर, विचार , व्यक्तित्व , शारीरिक संरचना , चरित्र , स्वास्थ्य के साथ जीवन शक्ति को देखा जाता है। यदि इस स्थान पर मंगल हो तो व्यक्ति क्रोधी स्वभाव वाला , उग्र मानसिकता वाला, होता है। उसके जीवन में अनेक दुर्घटनाएं होने की सम्भावना होती है।  इस भाव के मंगल से व्यक्ति का स्वास्थ्य जरूर प्रभावित होता है।  जिससे जातक रोगी रहता है।  वह अपने जिद्दी स्वभाव के साथ उग्र प्रवृति पर नियंत्रण नही रख पाता है।  इस भाव में बैठ कर मंगल , चौथे , सातवें , व आठवे , भाव पर दृष्टि डालता है। जिससे शारीरिक अस्वस्थता के साथ भूमि - भवन , सुख, सम्पत्ति , स्वयम , तथा जीवन साथी पर  सर्वाधिक प्रभाव पड़ता है।  इस भाव में बैठ कर मंगल कितना भी निर्बल क्यों न हो , वह अपना अशुभ प्रभाव जरूर दिखाता है।  अनुभव सिद्ध बात यह है कि ऐसे व्यक्तियों का विवाह के बाद व्यापार चौपट हो गया।  अनेक प्रकार के नुकसान हो गए। 

                                                        पहला भाव खुद का प्रतिनिधित्व करता है।  और सातवां भाव , जो पहले भाव के सामने होता है, वह जीवनसाथी से शुभाशुभ सम्बन्ध , व परस्पर प्रेम , अथवा मनमुटाव , नफरत आदि को दर्शाता है।  जब मंगल पहले भाव में बैठ कर व्यक्ति को क्रोधी बनाता है तो सातवें भाव पर पूर्ण दृष्टि डालकर जीवनसाथी को भी प्रभावित करता है।  इससे जीवनसाथी भी उग्र होता है।  इसके साथ मंगल की पूर्ण दृष्टि चौथे और आठवें भाव पर भी होती है।  इससे सुख की हानि तथा जीवनसाथी की आयु पर घात होता है।  यदि संक्षिप्त में कहे तो मंगल पहले भाव में बैठ कर पारिवारिक सुख , जीवनसाथी के प्रति व्यवहार , यौन सुख , तथा जीवन साथी की आयु पर भी प्रभाव डालता है।  यदि मंगल के साथ कोई पाप ग्रह भी बैठ जाये तो इसका प्रभाव दुगना हो जाता है।     




Mars in the first house - Manglik Yoga:-
    
   The first expression in the horoscope   represents the east direction. Life force is seen with the person's body, thoughts, personality, physical structure, character, health in the first sense. If there is Mars in this place, then the person is angry, with a radical mindset. There are many possible accidents in his life. The health of the person is affected by the emotion of this emotion from Mars. By which the patient is alive He cannot control the fierce tendencies with his stubborn nature. Siting in this mood, Mars, 4th, 7th, and eighth, puts a sense on the emotion. With which physical disadvantage is the biggest impact on land-building, happiness, property, self, and life partner    In this sense, howsoever mercurial Mars can be, it shows its inauspicious effect. Experience proves that after such a marriage, the business is divided. There were several types of damage.

The first expression represents itself. And the seventh house, which is in front of the first expression, shows a good relation with a spouse, and mutual love, or muttering, hatred etc. When Mars first gets angry by sitting in the house and affects the person with full vision on the seventh house. This also makes life partner more agitated. With this, full visions of Mars are also on the fourth and eighth house. This leads to loss of pleasure and life span on the life span. If done in short, then, in the first place, Mars also affects the family happiness, behavior towards life partner, sexual pleasure, and the life partner's life. If there is a sin plan with the planet Mars, its effect becomes twofold
Powered by Blogger.