कैसे बनते है कुंडली में मांगलिक योग / How to make Manglik Yoga in horoscope :-
मांगलिक योग का नाम सुनते ही प्रत्येक व्यक्ति चिंतित हो जाता है। खुद की कुंडली में हो अथवा अपने बेटे - बेटी की कुंडली में हो , व्यक्ति परेशान रहता ही है. खुद की कुंडली में होने पर वह अनेक समस्याओ का सामना करता है। चाहे वह व्यक्तिगत जीवन हो अथवा विवाह के पश्चात् का जीवन हो। यदि अपने पुत्र - पुत्री की कुंडली में मांगलिक योग हो तो व्यक्ति तब भी परेशान रहता है। क्योकि एक तरफ तो उसके बच्चों का स्वभाव मंगल के प्रभाव से बहुत उग्र हो जाता है जिससे घर में बार -बार झगड़े होते है। दूसरी तरफ बच्चों को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में संघर्ष करना पड़ता है। और सबसे ज्यादा परेशानी तब होती है जब बच्चों के विवाह सम्बन्ध तय नही होते अथवा तय होकर टूट जाते है।
कुछ कथित ज्योतिष विद्वान् ये कहते है कि २६ या २८ साल की उम्र के बाद मांगलिक दोष समाप्त हो जाता है अथवा ३० वर्ष की उम्र के पश्चात् मांगलिक योग का विचार नही करना चाहिए। इस प्रकार के भ्रम अपनी जेब की पूर्ति करने हेतु या अपने परंपरागत यजमान को खुश करने हेतु फैलाते है. . जबकि इस नही होता है। यदि लड़का या लड़की मांगलिक है तो वो हमेशा रहेगा। उसमे उम्र की कोई सीमा नही है। वह जीवन भर मांगलिक ही रहता है. . उसका विवाह भी मांगलिक से करवाया जाता है। मांगलिक से मांगलिक का विवाह इसलिए करवाया जाता है कि मांगलिक व्यक्ति ही दूसरे मांगलिक व्यक्ति की ऊर्जा , को सहन कर सकता है। साधारण व्यक्ति सहन नही कर सकता। यदि साधारण व्यक्ति से विवाह कर दिया जाएगा तो वह शारीरिक व मानसिक रूप से पीड़ित रहेगा। इस प्रकार की अनेक तकनीकी बातें है जो विवाह के समय कुंडली मिलान में देखनी चाहिए। यह ज्योतिष और जन्मपत्री मिलान आदि तथ्य कोई जादू टोना या अंधविश्वास नही है। यह सब तकनीकी बिंदु है, जिनमें सूक्ष्मता से विचार करना चाहिए। जन्मपत्री किसी भी व्यक्ति का प्रतिबिम्ब होता है। इससे उस व्यक्ति के आचार- विचार, स्वभाव, शारीरिक संरचना , नाडी, रक्त मिलान , आदि अनेक बातों का ज्ञान होता है.
यहाँ स्पष्ट किया जायेगा कि कोई भी व्यक्ति मांगलिक कैसे होता है। मांगलिक दोष के विषय में ज्योतिष ग्रन्थों में कहा गया है कि :-
मांगलिक योग का नाम सुनते ही प्रत्येक व्यक्ति चिंतित हो जाता है। खुद की कुंडली में हो अथवा अपने बेटे - बेटी की कुंडली में हो , व्यक्ति परेशान रहता ही है. खुद की कुंडली में होने पर वह अनेक समस्याओ का सामना करता है। चाहे वह व्यक्तिगत जीवन हो अथवा विवाह के पश्चात् का जीवन हो। यदि अपने पुत्र - पुत्री की कुंडली में मांगलिक योग हो तो व्यक्ति तब भी परेशान रहता है। क्योकि एक तरफ तो उसके बच्चों का स्वभाव मंगल के प्रभाव से बहुत उग्र हो जाता है जिससे घर में बार -बार झगड़े होते है। दूसरी तरफ बच्चों को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में संघर्ष करना पड़ता है। और सबसे ज्यादा परेशानी तब होती है जब बच्चों के विवाह सम्बन्ध तय नही होते अथवा तय होकर टूट जाते है।
कुछ कथित ज्योतिष विद्वान् ये कहते है कि २६ या २८ साल की उम्र के बाद मांगलिक दोष समाप्त हो जाता है अथवा ३० वर्ष की उम्र के पश्चात् मांगलिक योग का विचार नही करना चाहिए। इस प्रकार के भ्रम अपनी जेब की पूर्ति करने हेतु या अपने परंपरागत यजमान को खुश करने हेतु फैलाते है. . जबकि इस नही होता है। यदि लड़का या लड़की मांगलिक है तो वो हमेशा रहेगा। उसमे उम्र की कोई सीमा नही है। वह जीवन भर मांगलिक ही रहता है. . उसका विवाह भी मांगलिक से करवाया जाता है। मांगलिक से मांगलिक का विवाह इसलिए करवाया जाता है कि मांगलिक व्यक्ति ही दूसरे मांगलिक व्यक्ति की ऊर्जा , को सहन कर सकता है। साधारण व्यक्ति सहन नही कर सकता। यदि साधारण व्यक्ति से विवाह कर दिया जाएगा तो वह शारीरिक व मानसिक रूप से पीड़ित रहेगा। इस प्रकार की अनेक तकनीकी बातें है जो विवाह के समय कुंडली मिलान में देखनी चाहिए। यह ज्योतिष और जन्मपत्री मिलान आदि तथ्य कोई जादू टोना या अंधविश्वास नही है। यह सब तकनीकी बिंदु है, जिनमें सूक्ष्मता से विचार करना चाहिए। जन्मपत्री किसी भी व्यक्ति का प्रतिबिम्ब होता है। इससे उस व्यक्ति के आचार- विचार, स्वभाव, शारीरिक संरचना , नाडी, रक्त मिलान , आदि अनेक बातों का ज्ञान होता है.
यहाँ स्पष्ट किया जायेगा कि कोई भी व्यक्ति मांगलिक कैसे होता है। मांगलिक दोष के विषय में ज्योतिष ग्रन्थों में कहा गया है कि :-
लग्ने व्यये च पाताले , जामित्रे चाष्टमे कुजे।
स्त्रीनां भर्तृ विनाश: , पुंसां भार्या विनश्यति।।
अर्थात जन्मपत्रिका में मंगल यदि पहले , चौथे , सातवें , आठवें, तथा बारहवें , भाव में हो तो मंगल दोष का निर्माण होता है। जो जीवनसाथी का नाश करता है। मंगल दोष को जन्म कुंडली के अलावा चन्द्र कुंडली और सूर्य कुंडली से भी देखा जाता है। आजकल कुछ विद्वान शुक्र कुंडली से भी मंगल दोष का विचार करते है। वे कहते है कि शुक्र भोग का कारक होता है। विवाह में भोग ही मुख्य आधार होता है। यदि लड़के - लड़की में से एक का भी शुक्र कमजोर हुआ तो दाम्पत्य जीवन ख़राब हो जाता है।
How to make Manglik Yoga in horoscope :-
Every person gets
worried when listening to the name of Mangalik Yoga. Being
in a horoscope or in the horoscope of his son-daughter, the person remains
troubled. He faces
many problems when he is in her own horoscope. Whether it
is a personal life or a life after marriage. If
there is a Manglik Yoga in the horoscope of his son and daughter, then the
person remains troubled. Because
on one side, the nature of his children becomes very fierce due to the
influence of Mars, which makes frequent quarrels in the house. On
the other hand, children have to struggle in every sphere of life. And
most of the trouble occurs when children's marriage relations are not fixed or
broken down.
Some alleged
astrologers say that after the age of 26 or 28, the manglik (mars) defects are
exhausted or after the age of 30, the demand for Yoga should not be considered.
This
type of illusion spreads to fulfill their pockets or to please their
traditional host. . While this does not happen. If the boy or girl is
mangal then he will always be. There is no age limit in it. It remains a lifetime only. . She is
also married to Manglik. Manglik
is married to Manglik because the demanded person can bear the energy of the
other demanding person. The
ordinary person cannot endure If
married to an ordinary person, then he will suffer physically and mentally. There
are several technical things like this that should be seen in horoscope match
at the time of marriage. This
astrology and birthdate matching etc. facts are not any witchcraft or
superstitions. This is
all the technical point in which it should be considered in a subtle way. Birth certificate is
the reflection of any person. It
has the knowledge of many things about that person's conduct - nature, body
structure, nadis (Veins) blood matching and
so on.
It will be explained here that how any person is Manglik. In the astrological texts about the Mangalic defects, it has been said that: -
It will be explained here that how any person is Manglik. In the astrological texts about the Mangalic defects, it has been said that: -
That means if
Mars is first, fourth, seventh, eighth, and twelfth in the birth chart, then
the Mangal defect is formed. That
which destroys a spouse Mars
defect is seen from the horoscope of the horoscope and also with the moon
horoscope and the Sun Horoscope. Some
scholars today think of Mars Defect from
Venus horoscope. They
say that Venus is the cause of indulgence. Enjoying marriage is the main
basis. If
the boy's weakness of one of the girls weakens then the loss of a couple's life
becomes spoiled.