संतान से सुख मिलेगा या दुःख जानिये अपनी कुंडली से :-
विवाह के बाद सर्वप्रथम संतान के विषय में विचार किया जाता है। सभी माता पिता यही सोचते है कि हमारी संतान बड़ी होकर हमें वृद्धावस्था में सुख प्रदान करेगी। उनके वंश का नाम रोशन करेगी। सभी माता पिता की यही सोच होती है। इस हेतु सभी माता पिता अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देते है। उन्हें अच्छी शिक्षा देते है। वे सोचते है कि इससे हमारे बच्चों में अच्छे संस्कार आएंगे तथा वे हमारी सेवा करेंगे। परंतु कटु सत्य यह है कि संतान से मिलने वाली सेवा या उसके द्वारा बुढ़ापे में मिलने वाला सुख हर किसी की किस्मत में नही होता। आपकी संतान आपको सुख देगी या दुःख , कुंडली से ज्ञात कर सकते है।
Children will get happiness or suffer from sorrow, know from their horoscope
After marriage, the first child is considered. All parents think that our children will grow and provide happiness in old age. The name of their offspring will illuminate. All parents have this thinking. For this, all parents give good education to their children. He gives them good education. They think that this will bring good memories to our children and they will serve us. But the bitter truth is that the happiness that comes from the child's service or the old age is not in everyone's destiny. Your children will make you happy or you can know from sorrow, horoscope.
If the owner of the fifth owner is the fifth of the owner of the fifth house, then the child is about to give happiness.
The master is the owner of the fifth house and the sun is auspicious even if the child gets happiness.
If there is Saturn and Mercury in the first house and Jupiter and Venus are in Scorpio, then the children suffer from it.
विवाह के बाद सर्वप्रथम संतान के विषय में विचार किया जाता है। सभी माता पिता यही सोचते है कि हमारी संतान बड़ी होकर हमें वृद्धावस्था में सुख प्रदान करेगी। उनके वंश का नाम रोशन करेगी। सभी माता पिता की यही सोच होती है। इस हेतु सभी माता पिता अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देते है। उन्हें अच्छी शिक्षा देते है। वे सोचते है कि इससे हमारे बच्चों में अच्छे संस्कार आएंगे तथा वे हमारी सेवा करेंगे। परंतु कटु सत्य यह है कि संतान से मिलने वाली सेवा या उसके द्वारा बुढ़ापे में मिलने वाला सुख हर किसी की किस्मत में नही होता। आपकी संतान आपको सुख देगी या दुःख , कुंडली से ज्ञात कर सकते है।
- यदि पंचम भाव के स्वामी की नवांश राशि का स्वामी पंचम भाव में हो तो संतान सुख देने वाली होती है।
- पहले और पांचवें भाव के स्वामी में सम्बन्ध हो अथवा एक दूसरे की राशि में बैठे हो अथवा देख रहे हो तो संतान सेवा भावी होती है।
- यदि पांचवे भाव का स्वामी पंचम भाव में ही बैठा हो तो संतान का पूरा सुख मिलता है।
- गुरु पांचवे भाव का स्वामी हो तथा सूर्य शुभ हो तो भी संतान का सुख मिलता है।
- यदि पांचवे भाव पर शुभ ग्रहों की दृष्टि हो तथा पांचवे भाव का स्वामी बली हो तो संतान का पूरा सुख मिलता है।
- शुक्र अथवा गुरु की राशि वृष तुला अथवा धनु मीन में पांचवे भाव में बुध हो तो संतान सुख मिलता है।
- यदि पांचवे भाव का स्वामी अपनी उच्च राशि में पहले दूसरे अथवा नवें भाव में गुरु से देखा जाता हो तो संतान का सुख मिलता है।
- पहले और पांचवें भाव के स्वामी नवम भाव में हो तो संतान का पूरा सुख मिलता है।
- नवें और पांचवे भाव का स्वामी पहले भाव में हो तो भी संतान से पूर्ण सुख मिलता है।
- संतान से कष्ट :-
- यदि पांचवे भाव का स्वामी छठे भाव में हो तथा पापी ग्रह द्वारा दृष्ट हो तो संतान से कष्ट प्राप्त होता है।
- यदि पहले भाव में शनि व बुध हो तथा बृहस्पति व शुक्र वृश्चिक राशि में हो तो सन्तान से दुःख मिलता है
- यदि पांचवे भाव में शनि हो तो संतान बहुत दुःख देती है
- यदि गुरु से पांचवे भाव में कोई पाप ग्रह हो तो भी संतान से सुख की उम्मीद रखना व्यर्थ है
- तीसरे भाव का स्वामी यदि पहले दूसरे पांचवे अथवा बारहवे भाव में हो। . राहु यदि पांचवे भाव में मंगल की राशि में हो तो संतान बचपन से ही परेशान करती है।
- यदि गुरु नीच राशि में , बुध सम राशि में , और सूर्य विषम राशि में हो तो सन्तान कष्ट देती है।
- यदि चन्द्र के साथ तीसरे भाव का स्वामी केंद्र या त्रिकोण में हो तो भी संतान से कष्ट मिलता है।
Children will get happiness or suffer from sorrow, know from their horoscope
After marriage, the first child is considered. All parents think that our children will grow and provide happiness in old age. The name of their offspring will illuminate. All parents have this thinking. For this, all parents give good education to their children. He gives them good education. They think that this will bring good memories to our children and they will serve us. But the bitter truth is that the happiness that comes from the child's service or the old age is not in everyone's destiny. Your children will make you happy or you can know from sorrow, horoscope.
If the owner of the fifth owner is the fifth of the owner of the fifth house, then the child is about to give happiness.
If there is a relation between the owner of the first and fifth house, or
sitting in each other's zodiac sign or looking, then child service is a future.
If the owner of the fifth house is sitting in the fifth house, then the
child gets complete happiness.
The master is the owner of the fifth house and the sun is auspicious even if the child gets happiness.
If
there is a vision of auspicious planet at the fifth house and the owner of the
fifth house is sacrificed, then the child gets complete happiness.
If
the amount of Venus or guru is in Mercury in the Taurus Bula or Sagittarius
Pisces in the fifth house, then the child gets happiness.
If the owner of the fifth house is seen by the master in his higher amount in the first or the second house, then the happiness of the child gets happiness.
If the owner of the fifth house is seen by the master in his higher amount in the first or the second house, then the happiness of the child gets happiness.
If the owner of the first and fifth house is in the ninth house, then the
child gets complete happiness.
Even
if the owner of the ninth and fifth house is in the first house, it gives full
happiness to the child.
Trouble with children: -
Trouble with children: -
If
the owner of the fifth house is in the sixth house and the sage is obsessed
with the planet, then the child gets pain.
If there is Saturn and Mercury in the first house and Jupiter and Venus are in Scorpio, then the children suffer from it.
If
Saturn is in the fifth house, then the child is very sad
If
there is a sin in the fifth house from Jupiter, it is useless to expect
happiness from children.
If
the owner of the third house is in the first fifth or twelfth house. . If
Rahu is in the amount of Mars in the fifth house, then the child is disturbed
by his childhood.
If
the master is in low lying, Mercury is in the sum total, and the sun is in the
odd amount then the children suffer.
If
the owner of the third house with the moon is in the center or the triangle,
then the child gets the pain.