Sunday 14 May 2017

क्या आप ज्योतिष के उपाय करते- करते थक गए है , क्या आपका काम नहीं हो रहा है ? तो क्लिक करें और जाने क्यों?

Posted by Dr.Nishant Pareek
ज्योतिष के उपाय काम क्यों नहीं करते , जानिए एक क्लिक से. .....

किसी भी समस्या के निवारण के लिए या अपनी इच्छा पूरी करने के लिए जो उपाय किये जाते है , उसमें कुछ लोगों को उनका फल मिल जाता है और कुछ लोगों को नहीं मिलता है। ऐसी स्थिति में लोगों के मन में विचार आता है कि उपाय काम क्यों नहीं कर रहे है। क्या उपाय भी असफल होते है। परन्तु यह वास्तविकता है कि उपाय भी असफल होते है। इसके पीछे अनेक कारण हो सकते है।

यदि आप अपने द्वारा किये गए उपायों का लाभ लेना चाहते है तो इन बातों पर अवश्य ध्यान दें. -

हम जितने भी उपाय करते है वे कहीं न कहीं , चाहे पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से भगवान से जुड़े होते है। ऐसे में उपायों के समय पूरी श्रद्धा तथा आस्था के साथ विश्वास का होना भी जरुरी है। और सबसे ज्यादा जरूरी होता है धैर्य।  जो कि आजकल बिलकुल भी देखने को नहीं मिलता। ऐसा भी देखने में आता है कि जो व्यक्ति पूरी श्रद्धा  और विश्वास के साथ धैर्य रख कर उपाय करते है , उनके काम हो जाते है। और जो शक करते है, धैर्य नहीं रखते है या उपाय की ही परीक्षा लेते है तो फिर उनके काम नहीं होते। क्योकि वो वास्तव में उपाय की परीक्षा नहीं ले रहे होते अपितु भगवान की परीक्षा ले रहे होते है। जो कि सर्वथा अनुचित है। जो इस पूरी पृथ्वी का पालन कर रहे है। हम उनकी परीक्षा कैसे ले सकते है।




     इसके अलावा जिन व्यक्तियों का क्रोधी स्वभाव होता है , उनमें भी धैर्य की कमी होती है। इसलिए वो धैर्य नहीं रख पाते और काम न होने पर उपाय को दोष देते है। किसी उपाय को फलीभूत होने में कम समय लगता है तो किसी उपाय को फलीभूत होने में अधिक समय लगता है। व्यक्ति चाहता है कि उसे उपाय का फल तुरंत मिले। परन्तु उसे ये समझना चाहिए कि उपाय का मतलब चमत्कार नहीं है। लोग ये सोचते है कि उपाय करते ही चमत्कार हो जायेगा और हमें फल प्राप्त हो जायेगा। परन्तु ऐसा नहीं है। उपाय वह स्थिति है जिसमें व्यक्ति पूरी एकाग्रता , भक्ति , तथा धैर्य के साथ उपाय के रूप में बताये गए कार्य करता रहें। इसमें व्यक्ति भगवान के प्रति समर्पित होकर फल देने की प्रार्थना करता है। निरंतर उपाय करने से थोड़ा सा भी ग्रह सही होने लगते है तो व्यक्ति को शुभ फल मिलने लग जाता है। परन्तु उपायों में निरंतरता होनी जरूरी है। विश्वास होना जरूरी है। भगवान के प्रति भावना जरूरी है।    
कुछ लोग ऐसे उपाय करने लग जाते है , जिनका फलीभूत होना ही सम्भव नहीं होता। इसलिए उपाय करने से पहले व्यक्ति को ये देख लेना चाहिए कि उपाय उसके स्तर का भी है या नहीं। अन्यथा कई बार उल्टा प्रभाव भी पड जाता है। क्योकि उपाय की शक्ति अधिक होती है और उपाय करने वाले की क्षमता कम होती है , तो वह व्यक्ति उस उपाय से संबंधित देवता की शक्ति को झेल नहीं पाता।

इन उपरोक्त कारणों से उपाय फलीभूत नहीं होते है। इसलिए कोई भी उपाय करें तो इन बातों का अवश्य ध्यान रखें

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