Monday, 3 July 2017

पितृ दोष से पीड़ित है ? तो करें ये आसान और अचूक उपाय और मनाएं अपने पितरों को।

आज हर व्यक्ति किसी न किसी बात से परेशान है। उसके कोई न कोई परेशानी चलती रहती है। वह एक परेशानी से छुटकारा पाता है और दूसरी परेशानी चालू हो जाती है। वह बहुत कोशिश करता है सब कुछ ठीक रखने की , परन्तु कोई आगे से आगे कोई न कोई मुसीबत खड़ी हो जाती है। वह शारीरिक रूप से या मानसिक रूप से या तो खुद परेशान रहता है अथवा उसके घर में कोई न कोई सदस्य किसी न किसी तरीके से पीड़ित रहता है। इसके अलावा हर समय आर्थिक परेशानी भी चलती रहती है। तब उसे लगता है कि मेरे साथ ऐसा क्यों होता है। इस बात को जानने के लिए व्यक्ति जैसे किसी ज्योतिषी के पास जाता है और उसे पता चलता है कि उसे पितृ दोष है तो वह और भी ज्यादा चिंतित हो जाता है। वह सोचता है कि कोई जिन्दा आदमी नाराज हो तो उसे तो कैसे भी मना लें। परन्तु मरे हुए व्यक्ति को कैसे मनाया जाएँ। अर्थात पितरों को कैसे मनाया जाएँ।

 इस परेशानी के लिए मैं आपको एक बहुत ही आसान और सटीक उपाय बता रहा हूँ। इस उपाय को करने के बाद आप स्वयं ही कुछ समय बाद लाभ महसूस करने लग जायेंगे।

इसके लिए आप किसी भी शुभ मुहूर्त का चयन करें। सूर्योदय से पहले उठ कर , स्नान करके एक लकड़ी की चौकी बाजोट पर नीला कपड़ा बिछाकर उसपर पितृदोष यंत्र के साथ राहु यंत्र को विराजमान करें। तिलक लगा कर भोग लगाएं। तिल्ली के तेल के दीपक के साथ धूप अगरबत्ती करें।  किसी ताम्बे की थाली में रोली अर्थात कुमकुम से एक त्रिकोण बनाएं। प्रत्येक कोण पर एक अभिमंत्रित लघु नारियल रखें। त्रिकोण पर चावल और नैवेद्य अर्पित करें। फिर नीले हकीक की माला से  :-
 
                              ॐ श्री सर्व पित्रदोष निवारणाय क्लेश दन दन सुख शान्ति देहि देहि फ़ट् स्वाहा 

का तीन माला जप करें। जप के बाद प्रणाम करके उठ जाएँ। अगले दिन पुनः मंत्र जाप करें। इस तरह लगातार दस दिन तक मंत्र जाप करें। दसवें दिन किसी वृद्ध जोड़े को भोजन करवा कर दान दक्षिणा के साथ वस्त्र भेंट करें। बाकि सारी सामग्री को बहते जल में प्रवाहित कर दें।