गर्भपात योग / Abortus sum
आजकल गर्भपात होना आम समस्या बनती जा रही है। जिस भी घर में देखो उसमे ये ही चर्चा चलती रहती है कि २ माह का गर्भ ख़राब हो गया अथवा ५ माह का गर्भ गिर गया। इसके कारण स्त्री का शरीर तो कमजोर होता ही है साथ ही आपसी रिश्तों में भी परेशानी आती है। यह समस्या कुंडली में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। यदि कुंडली के अनुसार गर्भ धारण किया जाए अथवा यह कहा जाये कि अशुभ समय को छोड़ कर गर्भ धारण किया जाये तो इस समस्या से निजात प्राप्त कर सकते है। कुछ लोग यह सोचते है कि गर्भपात हमारी लापरवाही की वजह से हुआ है। जबकि सत्य कुछ और ही होता है जो कुंडली में दिखाई देता है। इसलिए संतान का विचार करने से पहले कुंडली का सूक्ष्म अध्ययन अवश्य कर लें। जिससे आगे किसी प्रकार की परेशानी न आये।
आजकल गर्भपात होना आम समस्या बनती जा रही है। जिस भी घर में देखो उसमे ये ही चर्चा चलती रहती है कि २ माह का गर्भ ख़राब हो गया अथवा ५ माह का गर्भ गिर गया। इसके कारण स्त्री का शरीर तो कमजोर होता ही है साथ ही आपसी रिश्तों में भी परेशानी आती है। यह समस्या कुंडली में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। यदि कुंडली के अनुसार गर्भ धारण किया जाए अथवा यह कहा जाये कि अशुभ समय को छोड़ कर गर्भ धारण किया जाये तो इस समस्या से निजात प्राप्त कर सकते है। कुछ लोग यह सोचते है कि गर्भपात हमारी लापरवाही की वजह से हुआ है। जबकि सत्य कुछ और ही होता है जो कुंडली में दिखाई देता है। इसलिए संतान का विचार करने से पहले कुंडली का सूक्ष्म अध्ययन अवश्य कर लें। जिससे आगे किसी प्रकार की परेशानी न आये।
- यदि पंचम भाव पर सूर्य अथवा मंगल की दृष्टि हो तो गर्भपात अवश्य होता है.
- यदि मंगल पंचम अथवा अष्टम में हो तथा उस पर शनि की दृष्टि हो तो गर्भपात की सम्भावना होती है।
- यदि चन्द्रमा सप्तम में तथा षष्ठेश व शनि षष्ठ भाव में हो तो गर्भपात होता है।
- यदि मंगल , गुरु , शुक्र , की युति अष्टम भाव में हो तो गर्भपात अवश्य होता है।
- सप्तम भाव में मंगल हो तथा उस पर शनि की दृष्टि हो तो गर्भपात होता है।
- यदि दूसरे और दसवें भाव में मंगल हो तो अवश्य गर्भपात होता है।
- यदि चौथे भाव में मंगल व शनि एक साथ बैठे हो तो गर्भपात होता है।
- यदि पांचवे भाव का स्वामी किसी पाप ग्रह के साथ हो अथवा देखा जाता हो तो गर्भपात होता है।
- यदि अष्टमेश अष्टम भाव में हो तो भी गर्भपात होता है।
- यदि पंचम भाव में पाप ग्रह हो अथवा देख रहे हो तो गर्भपात होता है।
/ Abortus sum
Nowadays
being a miscarriage is becoming a common problem. In
every house, the discussion goes on in that the 2 months pregnancy has gone
down or the 5 month pregnancy has fallen. Due
to this, the woman's body is weak only and there is also trouble in other
relationships. This problem is
clearly visible in the horoscope. If
conceived according to the horoscope or it is said that except for a good time,
conceived and conceived, can get rid of this problem. Some
people think that abortion is due to our negligence. Whereas truth
is something else that appears in the horoscope. Therefore,
before considering the child, take a microscopic study of the horoscope. There is no further trouble
with which.
- If there is a sight of Sun or Mars on the
fifth house then there is definitely abortion.
If there is a sight of Saturn in Mangal or Pancham or Asham and there is possibility of abortion. -
If the moon is in seventh and in the sixth house, it is a miscarriage. -
If Mars is in the eighth house of Mars, Guru, Venus, then there is definitely abortion. -
If there is a moon in the seventh house and there is a sight of Saturn on it, then there is a miscarriage. -
If there is a marsupial in the second and tenth house then there is definitely a miscarriage.
- If
Mars and Saturn are sitting together in the fourth house then there is a
miscarriage.
- If
the owner of the fifth house is with a sinful planet or is seen, then a
miscarriage occurs.
- Even
if octets are in eighth house, miscarriage occurs.
- If there are sinful animals in the fifth house or are watching, then there is a miscarriage.